कोरोना (COVID-19) महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, लेकिन इसके प्रभाव में समय के साथ कमी आई है। महामारी की शुरुआत 2019 के अंत में चीन के वुहान शहर से हुई थी। भारत में इसका पहला मामला 30 जनवरी 2020 को दर्ज किया गया था। इसके बाद, मार्च 2020 में भारत में लॉकडाउन लागू किया गया था, और कोरोना ने पूरे देश में एक बड़ी तबाही मचाई थी।
कोरोना के खत्म होने या पूरी तरह से नियंत्रित होने की बात नहीं की जा सकती, क्योंकि यह अब भी विभिन्न देशों और क्षेत्रों में मौजूद है। हालांकि, 2021-2022 में कोविड-19 के टीकों के आने से स्थिति में काफी सुधार हुआ। भारत में जनवरी 2021 से टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था, जो महामारी के नियंत्रण में महत्वपूर्ण साबित हुआ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और कई देशों के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के मामलों में गिरावट आने और टीकाकरण के कारण स्थिति में सुधार की बात की है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि कोरोना पूरी तरह से खत्म हो गया। इसके नए वेरिएंट्स समय-समय पर सामने आते रहते हैं, और कुछ देशों में कोरोना के मामले अभी भी बढ़ रहे हैं।
आखिरकार, कोरोना महामारी का “खत्म होना” उस समय पर निर्भर करेगा जब इसके सभी प्रकार के वेरिएंट्स पूरी तरह से नियंत्रित हो जाएं, और कोई नया महामारी न उत्पन्न हो। तब तक, मास्क पहनने, हाथ धोने, और वैक्सीनेशन जैसे कदम जरूरी होंगे।