महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दृष्टि से संगवारी फाऊंडेशन द्वारा रायपुर में स्वावलम्बी भारत अभियान निशुल्क सिलाई प्रशिक्षण के अंतर्गत प्रशिक्षणर्थियों को प्रसस्ती पत्र कार्यक्रम संपन्न किया गया। रायपुर के संत कबीर दास वार्ड में स्थित कबीर कुटी में इस कार्यक्रम के अतिथि पार्षद मनमोहन मनहरे जी, पूर्व पार्षद एवं समाज सेवी अमर बंसल, एवं संगवारी के कार्यकारी निदेशक सुब्रत चाकी, मानिकपुरी समाज भवन के प्रमुख जगजीवन दास मानिकपुरी, द्वारा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार का वितरण किया गया। इस अवसर पर समाजसेवी अमर बंसल जी ने बताया की संस्था द्वारा इस प्रकार की गतिविधि से समाज ही नहीं अपितु भारत भी मजबूत होगा, हर हाथ को काम मिलेगा, रोजगार के नये अवसरो से एक नया कीर्तिमान रचा जा सकेगा, उन्होंने मातृशक्तियों को घर से ही कार्य करने के लिए प्रेरित किया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संत कबीरदास वार्ड के पार्षद डॉक्टर मनमोहन मनहरे ने अपने उद्बोधन में कहा कि महिलाओं को आत्मनिर्भर होना होगा। उन्हे सिलाई प्रशिक्षण के उपरांत अपना स्वयं का व्यवसाय स्थापित करना चाहिए। यह कार्य हम सब को उतप्रेरणा देता हैँ, स्वावलंबन की ओर आगे बढ़ने को प्रेरित करता हैँ, उन्होंने आयोजक संस्था संगवारी फाउंडेशन को बधाई देते हुए, कहा की सतत ऐसे कार्य होते रहना चाहिए।
संगवारी फाउंडेशन, रायपुर द्वारा गोगांव में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से निःशुल्क सिलाई प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। यह प्रशिक्षण ‘स्वावलम्बी भारत अभियान’ के तहत आयोजित किया गया था, जिसमें स्थानीय महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई के कौशल में प्रशिक्षित किया गया, ताकि वे आर्थिक रूप से सशक्त बन सकें और अपने परिवार की आय में योगदान दे सकें।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, महिलाओं ने विभिन्न प्रकार के परिधानों की सिलाई, डिज़ाइनिंग और मरम्मत जैसे महत्वपूर्ण कौशल सीखे। प्रशिक्षण के दौरान, उन्हें आधुनिक सिलाई मशीनों और उपकरणों का उपयोग करना भी सिखाया गया, जिससे वे वर्तमान बाजार की मांगों के अनुसार कार्य कर सकें।
संगवारी फाउंडेशन के इस प्रयास से गोगांव की महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है और वे स्व-रोजगार की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित हुई हैं। स्थानीय समुदाय ने इस पहल की सराहना की है और उम्मीद जताई है कि ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी जारी रहेंगे, जिससे अधिक से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो सकें।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी और प्रतिभागियों के अनुभवों के बारे में अधिक पढ़ने के लिए, आप सीजी भास्कर की वेबसाइट पर संबंधित लेख देख सकते हैं।