रायपुर में नौकरी दिलाने के नाम पर आधा दर्जन से अधिक लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में राजेंद्र नगर निवासी दंपत्ति देवेन्द्र जोशी और झगीता जोशी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, देवेन्द्र जोशी छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी का साला है। ये आरोपी दंपत्ति बेरोजगारों को सरकारी नौकरी का झांसा देकर उनसे बड़ी रकम ऐंठते थे।
यह पूरा मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है। प्रार्थिया अंजना गहिरवार ने 29 जनवरी को ठगी की शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि 2021 में वे अपने परिवार के साथ देवेन्द्र जोशी के घर आई थीं, जहां बातचीत के दौरान देवेन्द्र जोशी ने उन्हें सरकारी नौकरी दिलाने का वादा किया। फिर उसने अंजना को फूड इंस्पेक्टर की वैकेंसी के बारे में बताया और इसके लिए 25 लाख रुपये की मांग की।
आगे पढ़ेअंजना ने 2022 में फूड इंस्पेक्टर का फार्म भरा और परीक्षा दी। इसके बाद, देवेन्द्र जोशी ने उसे गारंटी के साथ नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया, लेकिन परिणाम में अंजना का नाम कम आया। देवेन्द्र ने कहा कि विशेष अनुशंसा में उसका नाम आया है और फिर अंजना को रिजल्ट दिखाया, जिसमें उसका नाम था। इस झांसे में आकर अंजना ने पूरी रकम अलग-अलग किश्तों में दी, लेकिन जब जॉइनिंग की बात की तो देवेन्द्र ने हमेशा टालमटोल की।
आखिरकार, जब अंजना ने ऑनलाइन चेक किया तो फूड इंस्पेक्टर की सूची में उसका नाम नहीं था। बाद में यह जानकारी मिली कि देवेन्द्र जोशी ने अन्य कई लोगों से भी पैसे लेकर नौकरी दिलाने का वादा किया था, लेकिन उन्हें भी ठगा गया।
इस पर पुलिस ने गंभीरता से कार्रवाई शुरू की और मुखबीर के माध्यम से आरोपियों की तलाश की। पुलिस ने देवेन्द्र जोशी और झगीता जोशी को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों ने इस ठगी में शामिल होने की बात स्वीकार की। पुलिस अब अन्य फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।
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