मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने महासमुंद जिले में विभिन्न विकास कार्यों के लोकार्पण और भूमिपूजन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में 217 करोड़ 17 लाख रुपये की लागत से 419 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन हुआ, जिसमें 111 करोड़ रुपये के 335 कार्यों का लोकार्पण और 106 करोड़ रुपये के 84 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है। साथ ही, 271 हितग्राहियों को 1.25 करोड़ रुपये की सामग्रियों का वितरण भी किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी के तहत, गरीबों के लिए 18 लाख आवास स्वीकृत किए गए थे और उनकी सरकार ने शपथ के दूसरे ही दिन आवासहीन हितग्राहियों के लिए आवास की स्वीकृति दी। इसके अलावा, महासमुंद जिले में पर्यटन के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं। वे सिरपुर और गंधेश्वरनाथ महादेव के मंदिरों के विकास के साथ-साथ इको टूरिज्म की दिशा में भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कोडार जलाशय और शिशुपाल पर्वत के सौंदर्यीकरण की बात की।
मुख्यमंत्री ने बताया कि सरकार ने किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ और 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर पर धान की खरीदारी की और किसानों को पिछले दो वर्षों के बकाया धान बोनस का भुगतान भी किया है। इस वर्ष 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदने का अनुमान है। साथ ही, रामलला दर्शन योजना के तहत 20,000 राम भक्तों को रामलला का दर्शन करवा चुकी है और महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख से अधिक माताओं और बहनों को हर महीने एक हजार रुपये का भुगतान किया जा रहा है।
इन विकास कार्यों के साथ-साथ महासमुंद जिले के लिए कई और योजनाएं और सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जैसे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, सड़क चौड़ीकरण, पुल-पुलिया निर्माण, और खेल सुविधाओं का विकास।
कार्यक्रम में सांसद रूपकुमारी चौधरी, महासमुंद विधायक योगेश्वर राजू सिन्हा, और बसना विधायक संपत अग्रवाल भी उपस्थित थे।