रायपुर। गुढ़ियारी थाना क्षेत्र में दिनदहाड़े महिला को बंधक बनाकर उसके घर से 21 लाख रुपये के सोने-चांदी और डायमंड ज्वेलरी की लूट करने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी महिला का परिचित था, जिसने अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से अपराधियों तक पहुंच बनाई। पकड़े गए आरोपियों में दो का आपराधिक रिकॉर्ड भी सामने आया है।
ऐसे खुला लूट का राज
एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गोगांव निवासी टिकेश्वरी रजक के घर हुई लूट में दुर्ग के सुनील चौहान उर्फ अप्पूस, विक्रम सिंह चौहान उर्फ दिवस और तीरेंद्र चौहान उर्फ बंटी को गिरफ्तार किया गया है। विक्रम पहले भी हत्या की नीयत से अपहरण के मामले में जेल जा चुका है, जबकि तीरेंद्र मारपीट के आरोप में जेल में रह चुका है।
मुख्य आरोपी सुनील पहले से टिकेश्वरी को जानता था और उसे पता था कि उनके घर में कीमती गहने और डायमंड ज्वेलरी मौजूद हैं। इसी वजह से उसने अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की साजिश रची।
सीसीटीवी फुटेज से ऐसे पकड़े गए बदमाश
घटना के बाद पुलिस ने गुढ़ियारी से लेकर रेलवे स्टेशन और दुर्ग-भिलाई जाने वाले रास्तों तक 1000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की जांच की। इसी दौरान एक कैमरे में दो संदिग्ध युवक कैद हो गए। फुटेज की जांच के बाद एक आरोपी की पहचान सुनील के रूप में हुई। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने अपने दो साथियों के साथ लूट की साजिश कबूल कर ली।
रंजिश की वजह से रची थी साजिश
सुनील और टिकेश्वरी के बीच एक साल पहले किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। अपराधी मानसिकता का होने के कारण सुनील ने बदला लेने की ठानी और दो महीने पहले लूट की योजना बनाई।
आठ दिन तक की रेकी, फिर दिया वारदात को अंजाम
बदमाशों ने वारदात से पहले आठ दिनों तक टिकेश्वरी के घर और उसके आसपास रेकी की। उन्होंने देखा कि महिला अपने दो बेटों के साथ बर्फ फैक्ट्री में काम करती है और दोपहर में घर खाली रहता है। इसी दौरान लूट को अंजाम देने की योजना बनाई गई।
लूट की पूरी कहानी
वारदात के दिन दो बदमाश महिला के घर पहुंचे, तो दरवाजा अंदर से बंद था। उन्होंने जबरन दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया। उस वक्त टिकेश्वरी सो रही थी। नकाब पहने बदमाशों ने महिला के हाथ-पैर और मुंह गमछे से बांध दिए। चाकू दिखाकर आलमारी की चाबी मांगी, लेकिन जब चाबी से ताला नहीं खुला, तो उन्होंने लोहे के औजार से तोड़कर लॉकर में रखे जेवर लूट लिए और फरार हो गए।
पुलिस की सतर्कता से पकड़े गए आरोपी
बदमाशों ने भागने के लिए पहले ही बाइक की नंबर प्लेट हटा दी थी और रास्ते की अच्छी तरह से जांच कर ली थी। लेकिन जिस सीसीटीवी कैमरे से बचने की कोशिश कर रहे थे, वही फुटेज उनकी गिरफ्तारी की वजह बन गया। पुलिस ने अपराधियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने में सफलता पाई।