छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के कुसमी गांव की “लखपति दीदी” दिव्या निषाद 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति भवन में सम्मानित होंगी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा उन्हें “एट होम रिसेप्शन” कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
दिव्या निषाद ने विपरीत परिस्थितियों और संघर्षपूर्ण समय में हार न मानते हुए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) से जुड़कर एक प्रेरणादायक सफलता की कहानी लिखी है। उन्होंने कहा, “यह गर्व का क्षण है कि मुझे राष्ट्रपति भवन जाने और सम्मान प्राप्त करने का अवसर मिला। यह मेरे परिवार और समुदाय के लिए बड़ी खुशी की बात है।”
संघर्ष से सफलता तक का सफर
दिव्या का जीवन संघर्षों से भरा रहा। वर्ष 2021 में उनके पति की आकस्मिक मृत्यु ने परिवार को आर्थिक और भावनात्मक रूप से झकझोर दिया। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए महिला समूहों से प्रेरणा लेकर कार्य करने का संकल्प लिया।
बिहान योजना से जुड़ने के बाद, उन्होंने बैंक सखी, बैंक मित्र, और छोटे व्यवसायों के माध्यम से न केवल आत्मनिर्भरता हासिल की, बल्कि अपनी सालाना आय 4 लाख रुपये तक पहुंचा दी। आज उनके पास कपड़ों और किराने की दुकान है, पक्के मकान का निर्माण हो चुका है, और वह सिलाई सहित अन्य आय अर्जन कार्यों में भी सक्रिय हैं।
“लखपति दीदी योजना” का योगदान
केंद्र सरकार की लखपति दीदी योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस योजना के तहत महिलाओं को 5 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त ऋण देकर व्यवसाय प्रारंभ करने में मदद की जाती है। इसी योजना के अंतर्गत दिव्या निषाद और देशभर से चयनित 10 अन्य महिलाओं को राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया है।
दिव्या की कहानी न केवल संघर्षशील महिलाओं के लिए प्रेरणा है, बल्कि सरकार की महिला सशक्तिकरण योजनाओं की सफलता को भी दर्शाती है।