छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव प्रत्यक्ष मतदान प्रणाली से होंगे या नहीं, इस पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अपनी कैबिनेट में चर्चा कर जल्द निर्णय लेंगे। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने कहा, जनहित में जो सुविधाजनक और बेहतर हो, वहीं फैसला होगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद भाजपा अब नगरीय निकाय और उसके बाद होने वाले त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव में भी विजय हासिल करने के लिए जुट गई है। भाजपा ने इसके लिए तीन माह की कार्ययोजना बनाई है। राज्य और केंद्र सरकार की उपलब्धियों को भाजपा लोगों तक लेकर पहुंचेगी।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने एकात्म परिसर में पत्रकारों से बातचीत में तीन माह की कार्ययोजना की जानकारी देते हुए कहा कि भाजपा की विस्तारित कार्यसमिति की बुधवार को हुई बैठक काफी महत्वपूर्ण रही। बैठक में पूरे प्रदेशभर से पार्टी के 1500 से अधिक पदाधिकारी पहुंचे थे। इसमें निकाय और त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के मद्देनजर केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष देव ने गौठान और रोका-छेका योजना का अमल नहीं होने के कारण मवेशियों की हो रही मौत से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि किसी भी योजना की क्रियाविधि की दिशा में एक अलग योजना बनानी होती है। भूपेश सरकार को गौठान योजना में के लिए बजट का प्रविधान कर संकल्प पारित करना चाहिए था। इसमें कांग्रेस सरकार फेल हुई है, क्योंकि उद्देश्य भ्रष्टाचार करना था जनहित नहीं।
उन्होंने निगम-मंडलों और मंत्रिमंडल के पुनर्गठन से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री साय इस पर विचार कर रहे हैं और शीघ्र ही निर्णय होगा। मंत्रिमंडल भी जल्द विस्तार होगा। लेकिन दोनों मुद्दे मुख्यमंत्री के अधीन हैं।
प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि पहला चुनाव स्वतंत्र था। अध्यक्ष और महापौर का चुनाव जनता ने किया था। कांग्रेस ने इसे परिवर्तित किया। जनता और पार्षदों का चुनाव अलग-अलग प्रभाव डालता है। इस पर मुख्यमंत्री साय बैठकर निर्णय लेंगे। पत्रकारों से बातचीत के दौरान रायपुर शहर भाजपा जिला अध्यक्ष जयंती पटेल, अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम और प्रदेश भाजपा मीडिया सह प्रभारी अनुराग अग्रवाल उपस्थित थे।