छत्तीसगढ़ सरकार ने नए साल की शुरुआत में बड़े उद्योगों और ट्रांसपोर्ट सेक्टर को राहत देने के लिए डीजल पर टैक्स में कटौती की घोषणा की है। राज्य सरकार ने डीजल पर लगने वाले वैट को 24% से घटाकर 17% कर दिया है। हालांकि, यह राहत केवल बल्क खरीदारों के लिए है, जिन्हें एक बार में 12,000 लीटर या उससे अधिक डीजल खरीदना होगा।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- टैक्स में कटौती का प्रभाव
- पहले डीजल पर 24% वैट और ₹1 प्रति लीटर अतिरिक्त चार्ज लगता था।
- अब बल्क खरीदी के लिए केवल 17% वैट देना होगा।
- इससे डीजल के दाम में करीब ₹6 प्रति लीटर की कमी आएगी।
- आम जनता को लाभ क्यों नहीं?
- यह छूट केवल बड़े उद्योगपतियों और ट्रांसपोर्टर्स को दी गई है।
- आम उपभोक्ता के लिए डीजल के दाम पहले जैसे ही रहेंगे।
- सरकार का उद्देश्य:
- छत्तीसगढ़ के बाहर से डीजल की खरीदी रोकना।
- राज्य को राजस्व में हो रहे 300 करोड़ के नुकसान को कम करना।
- लाभ पाने वाले क्षेत्र:
- रोड ट्रांसपोर्ट, रेलवे, एयरपोर्ट, कंस्ट्रक्शन कंपनियां, माइनिंग उद्योग, और अन्य बड़ी परियोजनाओं से जुड़े व्यापार।
फैसले का राजनीतिक और आर्थिक दृष्टिकोण
यह कदम राज्य के राजस्व को बढ़ाने और उद्योगों को छत्तीसगढ़ में निवेश के लिए प्रोत्साहित करने की दिशा में उठाया गया है। हालांकि, आम जनता को इसमें शामिल न करने से इसे आलोचना भी झेलनी पड़ सकती है।