चुनावी स्याही का महत्व
चुनाव में स्याही लगाना जरूरी होता है, ताकि यह साबित हो सके कि एक व्यक्ति ने अपना वोट दे दिया है और वह दोबारा मतदान नहीं कर सकता। इसे इंडेलिबल इंक कहा जाता है क्योंकि यह आसानी से नहीं छूटती।
क्या है चुनावी स्याही में खास?
इस स्याही में सिल्वर नाइट्रेट का उपयोग किया जाता है, जो पानी के संपर्क में आने पर काले रंग का हो जाता है और त्वचा से चिपक जाता है। यह सिल्वर क्लोराइड बनाता है, जो पानी में घुलता नहीं और लंबे समय तक उंगलियों पर रहता है। इस स्याही का निशान एक सेकेंड में उंगलियों पर बन जाता है और यह 40 सेकेंड के भीतर सूख जाता है।
भारत से दुनिया तक
भारत में बनाई गई इस खास स्याही का इस्तेमाल केवल देश में ही नहीं, बल्कि 30 से ज्यादा देशों में किया जाता है। मैसूर पेंट एंड वार्निश लिमिटेड कंपनी इसे 25 देशों में सप्लाई करती है, जिसमें कनाडा, घाना, मलेशिया, नेपाल, और साउथ अफ्रीका शामिल हैं।
तो अगली बार जब आप चुनावी स्याही की नीली छाप देखें, तो जान लें कि इसके पीछे एक खास केमिकल और विज्ञान है जो इसे टिकाऊ और प्रभावी बनाता है!