बेंगलुरु में रहने वाले आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र अनिमेष चौहान ने तकनीक और परंपरा का एक अनोखा संगम पेश किया है। उन्होंने एक AI टूल “rotichecker.ai” लॉन्च किया, जो रोटियों की गोलाई मापता है। यह टूल खास तब चर्चा में आया जब एक ट्वीट में इसे सार्वजनिक करने के लिए 420 लाइक्स की शर्त रखी गई थी, और जैसे ही ट्वीट वायरल हुआ, यह टूल सभी के लिए उपलब्ध हो गया।
#GolRotiChallenge ने सोशल मीडिया पर मचाया तहलका, लोग रोटियों की गोलाई का स्कोर जानने के लिए इस टूल का इस्तेमाल करने लगे। टूल रोटी की गोलाई को स्कैन करके उसे 100 में से अंक देता है। जब एक यूजर ने परफेक्ट रोटी की तस्वीर अपलोड की, तो उसे 91/100 का स्कोर मिला। अब लोग इस मजेदार चुनौती का हिस्सा बन रहे हैं और अपनी रोटियों के स्कोर की तस्वीरें साझा कर रहे हैं।
आगे पढ़ेमजे-मजे में बनी क्रांति अनिमेष चौहान ने बताया कि यह टूल उन्होंने बस अपने खाली समय में मजे के लिए बनाया था, लेकिन जब यह वायरल हो गया, तो मजाक-मजाक में निवेशकों से लेकर बिजनेस के विचार भी आने लगे। अनिमेष ने खुद ट्वीट किया कि शायद इस टूल को आधिकारिक रूप से लॉन्च करने के लिए अब निवेशक मिल सकते हैं!
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया जहां कुछ लोग इसे एक क्रिएटिव इनोवेशन मान रहे हैं, वहीं कुछ इसे सिर्फ एक मजाक मानते हुए इसकी वास्तविक उपयोगिता पर सवाल उठा रहे हैं। कुछ का कहना है कि रोटी का सही आकार ही नहीं, बल्कि उसकी मोटाई और स्वाद भी महत्वपूर्ण हैं। वहीं, कुछ यूजर्स ने इस टूल में जेंडर बायस का मुद्दा उठाया। हालांकि, अनिमेष ने इसका खंडन करते हुए कहा कि टूल का इस्तेमाल पुरुष और महिलाएं दोनों ही बराबरी से कर रहे हैं।
नए विचार और संभावनाओं की ओर बढ़ते कदम रोटियों की गोलाई नापने का यह टूल सिर्फ एक मजेदार प्रयोग नहीं, बल्कि तकनीक और सांस्कृतिक परंपरा के मेल का प्रतीक बन चुका है। सोशल मीडिया पर इसने न सिर्फ हंसी मजाक का विषय बना, बल्कि लोगों के बीच नई तकनीकी सोच को भी प्रेरित किया है।
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