छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक अनोखी बारात ने सभी का ध्यान खींच लिया। अग्रसेन धाम में मुकेश गुप्ता के बेटे ऋषभ और उनकी होने वाली पत्नी रुचि की बारात में एक बड़ा बदलाव देखने को मिला। इस बारात में जहां सामान्यत: दूल्हा ही मुख्य आकर्षण होता है, वहीं ऋषभ और रुचि दोनों साथ-साथ बारात में शामिल हुए। इस परिवर्तन से न सिर्फ बारात, बल्कि समाज में महिलाओं के अधिकारों और समानता को लेकर एक सकारात्मक संदेश भी गया।
मुकेश गुप्ता ने बताया कि यह निर्णय उन्होंने अपने बेटे और बहू को बराबरी का दर्जा देने के लिए लिया। उनका मानना है कि यह एक छोटा सा कदम है, जो समाज में बड़ा बदलाव ला सकता है। गुप्ता परिवार की इस पहल की सभी ने सराहना की और इसे एक नई सोच का प्रतीक माना।
आगे पढ़ेऋषभ और रुचि ने भी इस पहल को अपने जीवन का एक अहम और यादगार पल बताया। उन्होंने कहा, “यह हमारे लिए गर्व का विषय है कि हम अपने परिवार की इस पहल का हिस्सा बने। हम अपने परिवार के इस कदम के लिए आभारी हैं और इसे समाज में बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं।”
यह पहल महिलाओं के अधिकारों और समानता के पक्ष में एक सकारात्मक दिशा दिखाती है। गुप्ता परिवार की इस पहल को लेकर लोगों का कहना है कि इससे समाज में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव आएगा और समानता की भावना को बढ़ावा मिलेगा।
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