fbpx

Total Users

123997

Total Users

123997

Tuesday, October 22, 2024

करवाचौथ क्यों मनाया जाता है , करवाचौथ व्रत की विधि और पूजा

करवा चौथ पति और पत्‍नी के बीच के प्रेम को दर्शाने वाला बेहद निष्‍ठापूर्ण व श्रद्धा भाव से उपवास रखने का त्‍योहार है। आज पूरे देश में धूमधाम से इस त्योहार को मनाया जा रहा है। प्राचीनकाल से महिलाएं अपने पति की दीर्घायु के लिए य‍ह व्रत करती चली आ रही हैं। इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए व्रत करती है और ईश्‍वर से आशीर्वाद प्राप्‍त करती है। य‍ह त्‍योहार क्‍यों मनाया जाता है और कैसे शुरू हुई इसको मनाने की परंपरा आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं।


क्‍यों किया जाता है करवा चौथ


पौराणिक काल से यह मान्‍यता चली आ रही है कि पतिव्रता सती सावित्री के पति सत्‍यवान को लेने जब यमराज धरती पर आए तो सत्‍यवान की पत्‍नी ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस मांगने की प्रार्थना की। उसने यमराज से कहा कि वह उसके सुहाग को वापस लौटा दें। मगर यमराज ने उसकी बात नहीं मानी। इस पर सावित्री अन्‍न जल त्‍यागकर अपने पति के मृत शरीर के पास बैठकर विलाप करने लगी। काफी समय‍ि तक सावित्री के हठ को देखकर यमराज को उस पर दया आ गई। यमराज ने उससे वर मांगने को कहा।


इस पर सावित्री ने कई बच्‍चों की मां बनने का वर मांग लिया। सावित्री पतिव्रता नारी था और अपने पति के अलावा किसी के बारे में सोच भी नहीं सकती थी तो यमराज को भी उसके आगे झुकना पड़ा और सत्‍यवान को जीवित कर दिया। तभी से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाएं सावित्री का अनुसरण करते हुए निर्जला व्रत करती हैं।


यह भी है एक वजह


करवा चौथ का व्रत मुख्‍य रूप से देश के उत्‍तर और पश्चिम राज्‍यों की महिलाएं रखती हैं। ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल से ही इन राज्‍यों के पुरुष सेना में काम करते आ रहे हैं और पुलिस में भर्ती होते रहे हैं। तो इनकी सलामती के लिए इन राज्‍यों की महिलाएं करवा चौथ का व्र‍त करती हैं। जिससे कि उनके पति की दुश्‍मनों से रक्षा हो सके और उनकी आयु लंबी हो। वहीं जिस वक्‍त यह त्‍योहार मनाया जाता है उन दिनों में रबी की फसल यानी गेहूं की फसल बोई जाती है। कुछ स्‍थानों पर महिलाएं करवा में गेहूं भी भरकर रखती हैं और भगवान को अर्पित करती हैं। ताकि उनके घर में गेहूं की शानदार फसल पैदा हो।

More Topics

संस्मरण : बड़े दिल वालों के लिए , ईश्वर भी दिखाते हैं दिलदारी

मेरा बचपन राजनांदगांव में गुज़रा था. वहां हर...

क्यों आती थी घर में अजीबोगरीब आवाज़ें

कई बार ऐसा होता है कि हम अपने आस-पास...

रायपुर दक्षिण उपचुनाव: 19 की जगह अब होंगे 38 सेक्टर,

मतदान की रफ्तार बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग ने...

भारत की आजादी में जनजातीय समाज का महत्वपूर्ण योगदान -राजस्व मंत्री

रायपुर। राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा बालौदाबाज़ार के शासकीय दाऊ...

विधानसभा में मंत्री श्री देवांगन ने की थी जल्द बैठक कराने की घोषणा

रायपुर। उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन के विशेष प्रयास...

Follow us on Whatsapp

Stay informed with the latest news! Follow our WhatsApp channel to get instant updates directly on your phone.

इसे भी पढ़े