जानें नवरात्रि फलहार बनाने की सरल विधि, इसके प्रकार और स्वास्थ्य लाभ। उपवास के दौरान स्वादिष्ट फलहार बनाने के लिए आवश्यक सामग्री और प्रक्रिया यहाँ!
नवरात्रि भारत में एक प्रमुख त्योहार है, जो देवी दुर्गा की पूजा के लिए मनाया जाता है। इस दौरान भक्त उपवास रखते हैं और खासतौर पर फलहार का सेवन करते हैं। फलहार वह खाना है, जो उपवास के दौरान खाया जाता है और यह स्वादिष्ट, पौष्टिक और सेहतमंद होता है। इस लेख में हम जानेंगे कि नवरात्रि फलहार क्या है, इसके प्रकार, इसे बनाने की विधि, और इसके स्वास्थ्य लाभ।
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की आराधना का समय होता है। यह पर्व 9 रातों तक मनाया जाता है, जिसमें भक्त अपने मन और आत्मा की शुद्धि के लिए उपवास रखते हैं। उपवास के दौरान विशेष प्रकार के भोजन का सेवन किया जाता है, जिन्हें फलहार कहा जाता है।
फलहार क्या है?
फलहार वह खाद्य पदार्थ है, जो उपवास के दौरान खाया जाता है। इसमें आमतौर पर चावल, कुट्टू का आटा, समक, और अन्य विशेष सामग्री का उपयोग किया जाता है। फलहार खाने से ऊर्जा मिलती है और यह शरीर को सक्रिय रखता है।
नवरात्रि फलहार के प्रकार
- कुट्टू का आटा: कुट्टू का आटा एक लोकप्रिय फलहार है, जिसे चपाती, पराठे या टिक्की बनाने के लिए उपयोग किया जाता है।
- समक चावल: यह एक विशेष प्रकार का चावल है, जिसे उपवास के दौरान खाया जाता है।
- साबूदाना: इसे साबूदाना खिचड़ी या खीर बनाने में उपयोग किया जाता है।
- फलों का सलाद: फलों का सलाद ताजगी और ऊर्जा प्रदान करता है।
नवरात्रि फलहार कैसे बनाएं
सामग्री
- कुट्टू का आटा: 2 कप
- उबले हुए आलू: 2-3 (मध्यम आकार के)
- नमक: स्वादानुसार
- हरी मिर्च: 1-2 (कटी हुई)
- धनिया पत्ती: 2 टेबल स्पून (कटी हुई)
- घी या तेल: 2-3 टेबल स्पून
- पानी: आवश्यकता अनुसार
विधि
1. आलू की तैयारी
- उबालें: आलू को अच्छी तरह उबालकर छील लें और एक बर्तन में डालें।
- मश करें: उबले हुए आलू को चम्मच या हाथ से अच्छे से मिक्स कर लें ताकि यह पेस्ट जैसा हो जाए।
2. कुट्टू का आटा मिलाना
- मिश्रण बनाएं: अब इस पेस्ट में कुट्टू का आटा, नमक, हरी मिर्च, और धनिया पत्ती मिलाएं।
- गूंधना: आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर एक नरम आटा गूंध लें।
3. फालहर की टिक्कियाँ बनाना
- टिक्कियाँ बनाएं: तैयार आटे से छोटी-छोटी टिक्कियाँ या पराठे बनाएं। अगर आप चपाती बना रहे हैं, तो बेलन से बेलें।
4. तलना या सेंकना
- तलना: एक पैन में घी या तेल गरम करें और उसमें टिक्कियाँ डालें। उन्हें सुनहरा और कुरकुरा होने तक तलें।
- सेंकना: अगर आप कम तेल में बनाना चाहते हैं, तो टिक्कियों को तवे पर सेंक सकते हैं।
5. सर्विंग
- गरमागरम परोसें: फालहर को गरमागरम चटनी या दही के साथ परोसें।
नवरात्रि फलहार के अन्य व्यंजन
1. साबूदाना खिचड़ी
सामग्री:
- साबूदाना: 1 कप
- आलू: 1 (उबला हुआ)
- मूँगफली: 2 टेबल स्पून
- नमक: स्वादानुसार
- हरी मिर्च: 1 (कटी हुई)
- घी: 2 टेबल स्पून
विधि:
- साबूदाना को रात भर भिगोकर रखें।
- एक पैन में घी गरम करें, उसमें मूँगफली डालें।
- उबले हुए आलू को मैश करके डालें।
- साबूदाना और नमक मिलाकर पकाएं, जब तक साबूदाना पारदर्शी न हो जाए।
2. फलहार पकोड़े
सामग्री:
- कुट्टू का आटा: 1 कप
- आलू: 2 (उबले हुए)
- नमक: स्वादानुसार
- हरी मिर्च: 1 (कटी हुई)
- घी: तलने के लिए
विधि:
- आलू को मैश करें और इसमें कुट्टू का आटा, नमक, और हरी मिर्च मिलाएं।
- पकोड़े का आकार देकर गरम घी में तलें।
नवरात्रि फलहार के स्वास्थ्य लाभ
- ऊर्जा प्रदान करता है: उपवास के दौरान फलहार ऊर्जा का एक अच्छा स्रोत है।
- पाचन में मदद: यह पाचन क्रिया को सही रखता है।
- पौष्टिक तत्व: फालहर में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं।
उपवास के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- हाइड्रेशन: उपवास के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें।
- स्वस्थ नाश्ते का सेवन: फलहार के साथ ताजे फलों का सेवन करें।
- संतुलित आहार: कोशिश करें कि आपका फलहार संतुलित हो और सभी पोषक तत्व मिले।
नवरात्रि का पर्व न केवल देवी की पूजा का समय है, बल्कि यह शुद्धता और स्वास्थ्य का भी प्रतीक है। फलहार का सेवन न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है, बल्कि यह उपवास के दौरान ऊर्जा प्रदान करता है। उपरोक्त विधियों का पालन करके आप आसानी से घर पर स्वादिष्ट नवरात्रि फलहार बना सकते हैं। इस पर्व का आनंद लें और देवी की कृपा से स्वस्थ रहें!