1. मंदिर का परिचय
कालीघाट मंदिर भारत के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू तीर्थस्थल है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है और 51 शक्ति पीठों में से एक माना जाता है।
2. मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
- माना जाता है कि यहाँ माता सती के दाहिने पैर की उंगलियाँ गिरी थीं, जिसके कारण यह शक्ति पीठ बना।
- वर्तमान मंदिर का निर्माण 19वीं शताब्दी में किया गया था, लेकिन इसका धार्मिक महत्व प्राचीन काल से ही है।
3. मंदिर की वास्तुकला
- मंदिर की संरचना बंगाली शैली में बनी हुई है।
- गर्भगृह में देवी काली की प्रतिमा है, जिसमें उनकी जीभ बाहर निकली हुई और लाल रंग की है।
- प्रतिमा को सोने के आभूषणों और फूलों से सजाया जाता है।
4. धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
- यह मंदिर तांत्रिक और भक्तों के लिए अत्यंत पूजनीय स्थान है।
- यहाँ विशेष रूप से दुर्गा पूजा और काली पूजा के समय भक्तों की भीड़ उमड़ती है।
- यहाँ बलि प्रथा भी प्रचलित थी, लेकिन अब इसे सीमित कर दिया गया है।
5. कालीघाट मंदिर कैसे पहुँचे?
- हवाई मार्ग: नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से लगभग 25 किमी दूर।
- रेल मार्ग: हावड़ा और सियालदह रेलवे स्टेशन से आसानी से पहुँचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग: कोलकाता के किसी भी हिस्से से टैक्सी, ऑटो या बस के माध्यम से यहाँ पहुँचा जा सकता है।
6. मंदिर दर्शन का समय
- सुबह: 5:00 AM – 2:00 PM
- शाम: 5:00 PM – 10:30 PM
- विशेष अवसरों और त्योहारों पर समय में बदलाव हो सकता है।
7. पास के प्रमुख पर्यटन स्थल
- विक्टोरिया मेमोरियल
- हावड़ा ब्रिज
- दक्षिणेश्वर काली मंदिर
- साइंस सिटी कोलकाता
- बेलूर मठ
8. आवश्यक टिप्स
- मंदिर में भीड़भाड़ बहुत रहती है, इसलिए सुबह जल्दी दर्शन करना बेहतर होगा।
- स्थानीय पुजारियों से सतर्क रहें और किसी भी अनावश्यक शुल्क से बचें।
- कैमरा और मोबाइल फोन मंदिर के अंदर ले जाना प्रतिबंधित है।
निष्कर्ष
कालीघाट मंदिर कोलकाता का एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्थल है, जहाँ श्रद्धालु माता काली के दर्शन के लिए दूर-दूर से आते हैं। यदि आप कोलकाता घूमने जा रहे हैं, तो इस पवित्र स्थल के दर्शन अवश्य करें।
show less