देशभर में ठंड के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकार ने नई गाइडलाईन जारी की है । इस गाइडलाईन से देश भर में होस्टल में रहने वाले युवाओं में हर्ष की लहर फैल गई है । इंजीनियरिंग कॉलेज के युवाओं ने तो इसे इस सदी में युवाओं के लिये सरकार का सबसे बड़ा तोहफा घोषित कर दिया है । जहां इन दिशा निर्देशों से देश भर के युवाओं में आत्म विश्वास बढ़ेगा वहीं पानी की मात्रा में भारी बचत भी होने की संभावना है ।
गाइडलाइन में ज़ारी किये निर्देश –
1 . मिरर के सामने खड़े होकर अगर कोई पानी के छींटे मिरर पर फेंकता है तो इसे नहाना माना जाएगा। इस पर सवाल उठाने वाले को सजा या जुर्माना या दोनों हो सकता है ।
2. यदि नहीं नहाने की वजह से किसी युवा के शरीर से गंध आती है तो उसे डियो (शरीर का इत्र) मानकर कोई सवाल नहीं करेगा । खासकर लड़कियां नाक-भौं नहीं सिकोड़ेंगीं ।
3. हर कॉलेज में धुंध या कोहरे के कारण एक घंटे देर से आये विद्यार्थी को सही समय पर आया हुआ माना जायेगा । अलग-अलग कॉलेज यूनियन की रजामंदी के अनुसार इस कालावधि में कटौती या बढ़ोतरी की जा सकेगी ।
4.किसी भी युवा पर सुबह ठंडा पानी डालकर उठाना, आतंकवादी हमले के बराबर माना जाएगा। इस तरह की किसी भी घटना पर सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी।
5. सुबह-सुबह उठाने के लिए रजाई खींचना देशद्रोह के बराबर माना जाएगा, चाहे इसमें कोई पैरेंट भी शामिल क्यों ना हो ।
6. घर पर उठने के बाद 20 मिनट के भीतर चाय या कॉफी नहीं पिलाना ‘असहिष्णुता’ मानी जाएगी ।
सूत्रों से ज्ञात हुआ है कि छत्तीसगढ़ के अनेक श्रमिक संगठन भी इसी तर्ज़प र अपने लिये गाइडलाईन चाहते हैं . जिसमें सुबह देर से काम पर आने के बाद भी धूप तापने व बीड़ी पीने के लिये अतिरिक्त समय का प्रावधान हो .
(डिस्क्लेमर – 12 साल पहले ‘हैलो रायपुर’ में छपे मेरे एक व्यंग्य पर अनेक लोगों के द्वारा बताये परिवर्तन के बाद प्रस्तुत , आप इसे मेरे द्वारा खुद की चुराई हुई पोस्ट भी मान सकते हैं )
इंजी .मधुर चितलांग्या ,
संपादक, दैनिक पूरब टाइम्स