150 अरब डॉलर के ISS पर हर पल मंडरा रहा खतरा
वॉशिंगटन: अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी अभी नहीं हो पाई है। इनके स्पेसक्राफ्ट में हीलियम रिसाव और थ्रस्टर में खराबी देखी गई थी। लेकिन अच्छी बात ये रही कि उनका अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया। सुनीता विलियम्स के स्पेस में फंसने की चर्चा है। नासा का कहना है कि वह फंसी नहीं हैं। लेकिन हाल ही में अंतरिक्ष में एक हादसा देखने को मिला था, जिससे ISS में मौजूद सभी अंतरिक्ष यात्रियों की जान पर बन आई। इन्हें स्पेस स्टेशन में ही शेल्टर लेना पड़ा। दरअसल रूस की एक खराब सैटेलाइट स्पेस में फट गई थी, जिसका मलबा अंतरिक्ष यात्रियों के साथ-साथ 150 बिलियन डॉलर वाले ISS के लिए भी खतरा बन गया था। इससे साबित हो गया कि अंतरिक्ष से जुड़ी खोज इतनी आसान नहीं है।इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन हमारी पृथ्वी की सतह से 400 किमी की ऊंचाई पर धरती का चक्कर लगाता रहता है। इसमें अंतरिक्ष यात्री शोध करते हैं। लेकिन रूसी सैटेलाइट के फटने के बाद इसे मलबे से बचने के लिए दिशा और ऊंचाई बदलनी पड़ी थी। लेकिन यह घटना अकेली नहीं है। ISS को अंतरिक्ष मलबे से बचने के लिए 32 बार अपनी स्थिति बदलनी पड़ी है। यही नहीं लगभग 6000 टन सामग्री लो अर्थ ऑर्बिट में घूम रही है। समस्या कम होने का कोई संकेत नहीं है। सवाल यह भी उठता है कि इनके टकराने से कोई स्पेस स्टेशन कितना जल्दी खत्म हो सकता है, क्योंकि भविष्य में कई प्राइवेट कंपनियां अपना स्टेशन लॉन्च करना चाहती हैं। इसके जरिए वह स्पेस टूरिज्म को बढ़ावा देंगी।