समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के बीच शुक्रवार को वाकयुद्ध देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेश भाजपा में ‘मतभेद’ होने की अटकलों के बीच शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा कि सुनने में आया है कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ‘मोहरा’ हैं। इस पर भाजपा नेता और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के बयान पर पलटवार करते हुए उन्हें ‘‘कांग्रेस का मोहरा” करार दिया।
कैसे शुरू हुआ मामला?
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा में ‘मतभेद’ होने की अटकलों के बीच शुक्रवार को तंज कसते हुए कहा कि सुनने में आया है कि उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ‘मोहरा’ हैं। सपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय में ‘संविधान-मानस्तंभ’ का अनावरण करने के बाद अखिलेश यादव ने एक प्रेस वार्ता में राज्य में कथित भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर भी निशाना साधा। सपा प्रमुख ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई में कथित खींचतान के कयासों का संदर्भ देते हुए कहा, ‘‘भ्रष्टाचार इसलिए खुल रहे हैं क्योंकि कुछ लोग मोहरा बन गये हैं।” हलांकि, उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया। सपा प्रमुख ने कहा, ‘‘सुनने में आया कि मौर्य जी (उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य) मोहरा हैं। दिल्ली के वाई-फाई के पासवर्ड हैं।