प्रयागराज, 5 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंचे। यहां उन्होंने वीआईपी घाट के पास संगम में आस्था की डुबकी लगाई। इसके बाद पीएम मोदी ने गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के पावन संगम पर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की। पीएम मोदी का काफिला पहले डीपीएस स्कूल स्थित हेलिपैड पहुंचा, जहां से वे अरैल घाट के वीआईपी घाट के लिए रवाना हुए। वहां से नाव के जरिए वे संगम नोज पहुंचे। इस दौरान हजारों श्रद्धालु पीएम मोदी के दर्शन के लिए मौजूद रहे।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
प्रधानमंत्री की यात्रा के मद्देनजर प्रयागराज में सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। एनएसजी और एसपीजी कमांडो हर जगह निगरानी कर रहे थे। बम स्क्वॉड और डॉग स्क्वॉड की मदद से सुरक्षाकर्मी लोगों की जांच कर रहे थे। शहर के एंट्री पॉइंट्स पर बैरिकेडिंग कर चेकिंग अभियान चलाया गया, वहीं संगम क्षेत्र में एआई कैमरों से भीड़ की निगरानी की गई। इसके अलावा पीएसी और आरएएफ की भारी तैनाती की गई थी, जिससे किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
आगे पढ़ेमहाकुंभ में 38 करोड़ श्रद्धालुओं ने किया स्नान
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक 38 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। इस महापर्व में देश-विदेश की कई हस्तियां भी शामिल हुई हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भी महाकुंभ में आकर आस्था की डुबकी लगा चुके हैं। वहीं, अंतरराष्ट्रीय हस्तियों में कोल्डप्ले के गायक क्रिस मार्टिन, हॉलीवुड अभिनेत्री डकोटा जॉनसन और स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स भी इस आध्यात्मिक आयोजन का हिस्सा बनीं।
मौनी अमावस्या पर भगदड़ की घटना
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी, जिसमें 90 श्रद्धालु घायल हो गए थे और 30 लोगों की मौत हुई थी। इस घटना को लेकर राजनीतिक बहस जारी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार से मौतों के सही आंकड़े जारी करने की मांग की है।
2019 अर्धकुंभ की यादें
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी महाकुंभ में आए हैं। 2019 के अर्धकुंभ में भी उन्होंने संगम स्नान किया था और सफाईकर्मियों के पैर धोकर उनका सम्मान किया था। इस बार भी महाकुंभ में स्वच्छता को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के संगम में स्नान कर सकें।
विदेशी राजनयिकों ने भी लगाया आस्था का डुबकी
1 फरवरी को 77 देशों के 118 राजनयिकों और उनके परिवारों ने संगम में पवित्र स्नान किया। इस अवसर पर रूस, मलेशिया, बोलीविया, जिम्बाब्वे, लातविया, उरुग्वे, नीदरलैंड, मंगोलिया, इटली, जापान, जर्मनी, अमेरिका, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, पोलैंड, कैमरून, यूक्रेन, स्लोवेनिया और अर्जेंटीना समेत कई देशों के राजदूत और अधिकारी शामिल हुए। उत्तर प्रदेश सरकार ने जानकारी दी कि इन विदेशी मेहमानों ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं की सराहना की और अपने महाकुंभ दौरे को यादगार बताया।
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