मुंबई में बुधवार को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नाव अरब सागर में करंजा के उरण के पास पलट गई, जिसमें 13 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसे में 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। मरने वालों में 10 आम नागरिक और 3 नौसेना के जवान शामिल हैं। दो घायलों की हालत गंभीर है, जिन्हें नौसेना के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पीएम मोदी और मुख्यमंत्री फडणवीस ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मृतकों के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5-5 लाख रुपये देने की घोषणा की है।
घटना की जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे की पूरी जांच पुलिस और नौसेना द्वारा की जाएगी। उन्होंने बताया कि 11 क्राफ्ट और 4 हेलीकॉप्टर की मदद से बचाव अभियान चलाया गया। लापता लोगों की अंतिम जानकारी गुरुवार सुबह तक मिलने की संभावना है।
बचाव अभियान जारी
घटनास्थल पर नौसेना, तटरक्षक बल, जेएनपीटी, येलोगेट पुलिस स्टेशन की तीन बोट और स्थानीय मछुआरों की मदद से राहत और बचाव कार्य जारी है।
राष्ट्रपति और अन्य नेताओं की संवेदनाएं
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हादसे पर गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने भी इस भयावह हादसे पर दुख जताया।
हादसे का विवरण
दोपहर करीब 3:55 बजे ‘नीलकमल’ नाम की बोट हादसे का शिकार हो गई। शाम 7:30 बजे तक 13 लोगों की मौत और 101 लोगों के बचाए जाने की जानकारी मिली। राहत कार्य में नौसेना और तटरक्षक बल ने अहम भूमिका निभाई।
प्रशासन का बयान
प्रशासन ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है। लापता लोगों की तलाश जारी है। हादसे से प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया गया है।