पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के AIIMS अस्पताल में हुआ। उन्हें सांस लेने में कठिनाई के कारण अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों की टीम ने उनकी निगरानी की, लेकिन वे बच नहीं पाए। उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
मनमोहन सिंह को भारत के आर्थिक सुधारों के सूत्रधार के रूप में याद किया जाएगा, जिन्होंने 1990 के दशक में देश को आर्थिक संकट से उबारने के लिए महत्वपूर्ण नीतियां बनाई। उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत ने कई बड़े आर्थिक फैसले लिए, जिनमें अमेरिका के साथ परमाणु करार और मनरेगा योजना प्रमुख थे। उनका कार्यकाल 2004 से 2014 तक रहा, और उनकी नीतियों के कारण भारत ने 2008 की वैश्विक मंदी के बावजूद अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत बनाए रखी।
मनमोहन सिंह का व्यक्तित्व भी उनका एक महत्वपूर्ण पहलू था—वह एक सौम्य और मृदुभाषी व्यक्ति थे, जिन्हें विश्वभर में उनकी आर्थिक विद्वता के लिए सम्मान मिला। उनकी नीतियों और योगदान के कारण उनका नाम भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में हमेशा के लिए दर्ज रहेगा।