मध्य प्रदेश ने अपने वन्यजीव संरक्षण प्रयासों में एक और उपलब्धि हासिल की है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश के 8वें टाइगर रिजर्व रातापानी का विधिवत लोकार्पण किया। यह कार्यक्रम रातापानी के कोर क्षेत्र के झिरी गांव में आयोजित हुआ।
‘विरासत से विकास की अनूठी दौड़’ बाइक रैली
कार्यक्रम के दौरान सीएम ने ‘एक विरासत से विकास की अनूठी दौड़’ नामक बाइक जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाई। यह रैली झिरी गांव से शुरू होकर भोपाल के एकांत पार्क तक पहुंची। इसमें वन राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार और प्रसिद्ध अभिनेता रणदीप हुड्डा भी मौजूद रहे।
मध्य प्रदेश में जल्द मिलेगा 9वां टाइगर रिजर्व
सीएम डॉ. मोहन यादव ने इस अवसर पर घोषणा की कि इस साल माधव टाइगर रिजर्व को प्रदेश के 9वें टाइगर रिजर्व के रूप में मान्यता दी जाएगी। उन्होंने वन्यजीव प्रबंधन को और बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण के लिए बाहर भेजने की भी जानकारी दी।
हाथी प्रबंधन का प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हाथी प्रबंधन को सुदृढ़ करने के लिए अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस संदर्भ में उन्होंने जनवरी 2024 में असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान जाने की भी बात कही, जहां वह हाथी प्रबंधन की तकनीकों का अध्ययन करेंगे।
रातापानी टाइगर रिजर्व का महत्व
रातापानी टाइगर रिजर्व न केवल वन्यजीव संरक्षण का एक बड़ा केंद्र बनेगा, बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा। यह प्रदेश की जैव विविधता को संरक्षित करने के साथ-साथ बाघों के लिए सुरक्षित आवास प्रदान करेगा।
मध्य प्रदेश: टाइगर स्टेट के रूप में अग्रणी
मध्य प्रदेश पहले से ही अपने बाघों की संख्या के लिए प्रसिद्ध है और इसे ‘टाइगर स्टेट’ के रूप में जाना जाता है। रातापानी और माधव टाइगर रिजर्व के जुड़ने से प्रदेश की वन्यजीव संरक्षण क्षमताओं में और वृद्धि होगी।
यह कार्यक्रम न केवल वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रदेश की प्रतिबद्धता को दिखाता है, बल्कि लोगों में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य को भी मजबूत करता है।