किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन ने एक बार फिर किसानों के अधिकारों और मांगों को लेकर पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया है। MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की कानूनी गारंटी समेत अन्य मुद्दों को लेकर अनशन पर बैठे डल्लेवाल की तबीयत 24वें दिन गंभीर रूप से खराब हो गई।
स्वास्थ्य की स्थिति:
- डल्लेवाल को वीरवार को अचानक बेहोशी और उल्टियां हुईं।
- चिकित्सकों ने बताया कि लगातार भूख हड़ताल के कारण उनका वजन 11 किलो तक घट चुका है।
- उनकी हालत को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता व्यक्त की है, लेकिन डल्लेवाल अपनी मांगों पर अडिग हैं।
आंदोलन की प्रमुख मांगें:
- एमएसपी की कानूनी गारंटी।
- किसान और मजदूरों का कर्ज माफ किया जाए।
- लखीमपुर खीरी हत्याकांड में शहीद किसानों और पत्रकार को न्याय मिले।
आंदोलन की प्रतिक्रिया:
- पंजाब और हरियाणा के किसान डल्लेवाल के समर्थन में खनौरी बॉर्डर पर एकत्र हो रहे हैं।
- सोनीपत से किसान जत्था खनौरी रवाना हुआ और 24 घंटे के प्रतीकात्मक अनशन की घोषणा की।
- किसानों ने सरकार से जल्द मांगों को मानने की अपील की है।
सरकार का रुख:
- केंद्र सरकार ने किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए कमेटी बनाई है।
- 18 दिसंबर को बैठक का आयोजन किया गया था, लेकिन किसान संगठनों ने भाग नहीं लिया।
यह घटनाक्रम किसानों के मुद्दों को लेकर देश में चल रहे आंदोलन की गंभीरता और सरकार पर दबाव को उजागर करता है। डल्लेवाल के स्वास्थ्य और किसानों की मांगों पर केंद्रित यह आंदोलन अब राजनीतिक और सामाजिक रूप से अहम मोड़ पर है।