इसरो (ISRO) ने अपने महत्वकांक्षी अंतरिक्ष मिशन ‘स्पेडेक्स’ (SPADEx) की लॉन्चिंग को दो मिनट बढ़ाकर रात 10 बजे कर दिया है। पहले यह मिशन रात 9.58 बजे लॉन्च होने वाला था। हालांकि, इस बदलाव के कारण को इसरो ने सार्वजनिक नहीं किया है। स्पेडेक्स मिशन को पृथ्वी की कक्षा में डॉकिंग तकनीक की भारत की क्षमता को स्थापित करने के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।
स्पेस डॉकिंग प्रयोग में दो अंतरिक्ष यान को पृथ्वी की निचली कक्षा में आपस में जोड़ा जाएगा, साथ ही उन अंतरिक्ष यानों में इलेक्ट्रिक पावर ट्रांसफर करने की तकनीक का भी परीक्षण किया जाएगा। इस मिशन के तहत दोनों अंतरिक्ष यानों को 5 किमी की दूरी पर रखा जाएगा और उनकी गति 28,800 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जिसे बाद में धीमा करके उन्हें एक-दूसरे से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
यह मिशन भविष्य में इंसानों को अंतरिक्ष में भेजने और उपग्रह सेवा मिशनों के लिए भी अहम तकनीकी कदम साबित हो सकता है। भारत से पहले चीन, रूस और अमेरिका ने ही इस स्पेस डॉकिंग तकनीक को सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इस मिशन की सफलता भारत के चंद्रयान-4 मिशन पर भी निर्भर करेगी, जिसमें चंद्रमा से सैंपल वापस धरती पर लाए जाएंगे।
स्पेडेक्स मिशन इसरो के यूट्यूब चैनल पर रात साढ़े नौ बजे से लाइव प्रसारित किया जाएगा।