पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर उन्हें याद करना एक महत्वपूर्ण अवसर है, क्योंकि उनके कार्यकाल के दौरान उन्होंने भारत को कई दिशा-निर्देश दिए। उनके द्वारा किए गए कुछ प्रमुख कार्यों ने देश को नए आयामों पर पहुंचाया:
- दूरसंचार क्षेत्र में सुधार: वाजपेयी जी ने 1999 में BSNL का एकाधिकार खत्म किया और नई टेलिकॉम नीति लागू की, जिससे आम जनता को सस्ते कॉल की सुविधा मिली।
- सर्व शिक्षा अभियान: उन्होंने 2000-01 में सर्व शिक्षा अभियान की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य 6 से 14 वर्ष के बच्चों को मुफ्त शिक्षा देना था।
- दिल्ली-लाहौर बस सेवा: 1999 में वाजपेयी जी ने भारत-पाकिस्तान रिश्तों को सुधारने के लिए दिल्ली-लाहौर बस सेवा शुरू की।
- पोकरण में परमाणु परीक्षण: 1998 में, वाजपेयी जी के नेतृत्व में भारत ने परमाणु परीक्षण किए, जो देश की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम थे।
- स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना: इस परियोजना ने चार प्रमुख शहरों को जोड़ते हुए देशभर में सड़कों का एक महत्वपूर्ण नेटवर्क तैयार किया।
- निजीकरण को बढ़ावा: उन्होंने सरकार की कई कंपनियों को निजी क्षेत्र को सौंपने की प्रक्रिया शुरू की, जैसे बाल्को और हिंदुस्तान ज़िंक।
- आतंकी हमले के बाद पोटा कानून: 2001 में भारतीय संसद पर हमले के बाद, वाजपेयी जी ने आतंकवाद निरोधी पोटा कानून को लागू किया।
- संविधान समीक्षा आयोग: उनके कार्यकाल में संविधान में संशोधन की संभावना पर विचार करने के लिए आयोग का गठन किया गया, हालांकि विरोध के कारण इसे आगे बढ़ाया नहीं जा सका।
- जातिवार जनगणना का विरोध: उन्होंने 2001 में जातिवार जनगणना को रोक दिया, जो एचडी देवगौड़ा सरकार ने मंजूरी दी थी।
- चंद्रयान 1 मिशन: 2003 में वाजपेयी जी ने चंद्रयान 1 के बारे में घोषणा की, जो भारत का पहला चांद मिशन था।
इन कार्यों के माध्यम से अटल जी ने भारत को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।