अंबेडकर विवाद पर विपक्ष के हमले का काउंटर करने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने खुद कमान संभाली। पीएम मोदी के काउंटर पर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पलटवार किया है। पूर्व सीएम केजरीवाल ने पीएम मोदी की टिप्पणी को ‘जख्मों पर नमक छिड़कने’ जैसा बताया है। केजरीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी मैं आपका ये स्पष्टीकरण पढ़ कर स्तब्ध हूं। आपका कहना है कि कांग्रेस ने बाबासाहेब के साथ ठीक नहीं किया। तो ये बात आपको, आपकी पार्टी को और आपके गृह मंत्री को बाबासाहेब का अपमान करने का अधिकार कैसे देती है? कांग्रेस बाबासाहेब से ग़लत बर्ताव करती थी तो क्या आप भी करोगे? देश के प्रधान मंत्री का ये कैसा स्पष्टीकरण है? कल सदन में जिस तरह आपके गृह मंत्री ने बाबा साहेब का अपमान किया, उस से सारा देश गुस्से में है। और अब आपके इस बयान ने जले पर नमक छिड़कने का काम किया है।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह जी, ये नहीं पता कि मरने के बाद स्वर्ग मिलता है या नहीं लेकिन बाबा साहेब अंबेडकर जी ने करोड़ों शोषितों, वंचितों और दलितों को संविधान के ज़रिए जीने का अधिकार दिया है।
खरगे ने कही ये बात
अमित शाह की टिप्पणी पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि भीमराव अंबेडकर पर अमित शाह ने अभद्र टिप्पणी की है। यदि उनमें श्रद्धा होती तो उनके मुंह से ऐसे शब्द कभी नहीं निकलते। वहीं बाबासाहेब को लेकर यदि पीएम नरेंद्र मोदी के दिल में श्रद्धा है तो रात 12.00 बजे तक गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि संसद में संविधान की शपथ लेकर प्रवेश करते हैं। जो व्यक्ति सदन में संविधान का अपमान करें उसे कैबिनेट में बने रहने का कोई हक नहीं है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा अमित शाह ने संसद में जो कहा, वह बेहद निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने दलितों और देश के नायक, जो सबके लिए पूजनीय हैं, उनका अपमान किया है। अमित शाह ने कहा कि: आप लोग जितनी बार अंबेडकर का नाम लेते हैं, इतनी बार अगर भगवान का नाम लेते तो आपको सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।BJP-RSS के लोग संविधान को नहीं मानते हैं। ये लोग मनुस्मृति को मानने वाले लोग हैं, क्योंकि उसी में स्वर्ग-नरक और जातियों के बारे में कहा और लिखा गया है।