गूगल ने एक क्रांतिकारी कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रणाली विकसित की है, जो गणित की सबसे कठिन चुनौतियों को हल करने में इंसानों से भी आगे निकल गई है। अल्फाजियोमेट्री2, जो कि एक उन्नत AI समस्या समाधानकर्ता है, अंतर्राष्ट्रीय गणितीय ओलंपियाड (IMO) की ज्यामिति समस्याओं में 84% सफलता दर हासिल कर चुका है। इसकी तुलना में, स्वर्ण पदक विजेता औसतन 81.8% समस्याओं को ही हल कर पाते हैं।
गूगल की AI शोध शाखा डीपमाइंड द्वारा विकसित यह सिस्टम पहले केवल रजत पदक विजेताओं के स्तर तक ही पहुंच पाया था, लेकिन हाल ही में किए गए अपग्रेड के बाद यह स्वर्ण पदक विजेताओं से भी बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम हो गया है।
कैसे हुआ यह सुधार?
गूगल ने AI की गणितीय भाषा को और अधिक परिष्कृत किया, जिससे यह जटिल कोणों, अनुपातों, और रैखिक समीकरणों से जुड़ी समस्याओं को बेहतर तरीके से हल कर सकता है। साथ ही, जेमिनी AI टूल की मदद से इस सिस्टम की समस्या-समाधान प्रक्रिया को भी सुधारा गया है।
क्या यह AI अब बेजोड़ है?
हालांकि अल्फाजियोमेट्री2 ने अविश्वसनीय 84% दक्षता प्राप्त कर ली है, लेकिन गूगल का कहना है कि इसमें अभी भी सुधार की गुंजाइश है। फिलहाल, यह कुछ विशेष जटिल समस्याओं को हल करने में पूरी तरह सक्षम नहीं है, लेकिन शोधकर्ता भविष्य में इसे पूरी तरह त्रुटिहीन बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
आगे क्या?
गूगल की योजना IMO जैसी कठिन प्रतियोगिताओं में गणितीय समस्याओं को पूरी तरह स्वचालित रूप से हल करने की है। इसके अलावा, वे AI की अनुमान प्रक्रिया और विश्वसनीयता को और अधिक तेज और सटीक बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
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