अमेरिकी निजी अंतरिक्ष फर्म फायरफ्लाई एयरोस्पेस के ब्लू घोस्ट लैंडर ने चंद्रमा के 60 मील (100 किलोमीटर) ऊपर से अद्भुत क्रेटरों की तस्वीरें साझा की हैं। ये दृश्य चंद्रमा की सतह के अनोखे और गहरे परिप्रेक्ष्य को दर्शाते हैं।
2 मार्च को चंद्रमा पर उतरेगा ब्लू घोस्ट
ब्लू घोस्ट लैंडर 2 मार्च को सुबह 3:34 बजे ET (0834 UTC) से पहले चंद्रमा के मैरे क्रिसियम क्षेत्र में उतरने की योजना बना रहा है। यह मिशन स्पेसएक्स फाल्कन 9 रॉकेट पर सवार होकर 15 जनवरी को लॉन्च किया गया था और 13 फरवरी को सफलतापूर्वक चंद्र कक्षा में प्रवेश कर चुका है।
नासा ने इस उपलब्धि पर अपनी उत्सुकता जाहिर करते हुए लिखा,
“चंद्रमा इतना करीब है कि हम इसका स्वाद ले सकते हैं!”
चंद्रमा मिशनों में तेजी, कई लैंडर्स कर रहे हैं यात्रा
यह मिशन नासा की वाणिज्यिक चंद्र पेलोड सेवा (CLPS) पहल का हिस्सा है, जिसके तहत 2025, 2026 और 2028 में और भी चंद्र अभियानों को अंजाम दिया जाएगा। यह मिशन 14 पृथ्वी दिनों तक चलेगा, जिसमें वैज्ञानिक डेटा एकत्र किया जाएगा, जैसे:
✅ चंद्रमा के रेगोलिथ का अध्ययन
✅ सौर हवा और पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र के बीच संपर्क
इस डेटा से आर्टेमिस कार्यक्रम के तहत भविष्य में चंद्रमा पर मानव मिशनों की तैयारी में मदद मिलेगी।
स्पेसएक्स और इंट्यूटिव मशीन का भी बड़ा योगदान
स्पेसएक्स द्वारा इंट्यूटिव मशीन के एथेना लैंडर को भी चंद्रमा के लिए रवाना किया गया है, जिसका लक्ष्य 6 मार्च को उतरना है। उम्मीद की जा रही है कि यह लैंडर पिछली बार की विफलता से बचते हुए सफलतापूर्वक उतर पाएगा।
इतिहास में पहली बार, इतने अंतरिक्ष यान एक साथ चंद्रमा की सतह पर पहुंचने वाले हैं। इससे पहले अमेरिकी और जापानी कंपनियों ने एक ही रॉकेट से अलग-अलग लैंडर्स को लॉन्च किया था।
निष्कर्ष
टेक्सास स्थित फायरफ्लाई एयरोस्पेस इस वीकेंड में सबसे पहले चंद्रमा पर पहुंचने की दौड़ में आगे है। आने वाले दिनों में ये ऐतिहासिक लैंडिंग चंद्र अनुसंधान और भविष्य की अंतरिक्ष उड़ानों के लिए एक नई राह खोलेगी।