खगोलविदों ने हाल ही में ब्रह्मांड में अब तक का सबसे विशाल रेडियो जेट खोजा है, जिसकी लंबाई 200,000 प्रकाश वर्ष से अधिक है—यानी मिल्की वे आकाशगंगा से भी दोगुनी। यह खोज वैज्ञानिकों को प्रारंभिक ब्रह्मांड के रहस्यों को उजागर करने में मदद कर सकती है।
कैसे हुई खोज?
यह अभूतपूर्व खोज ‘द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स’ में प्रकाशित हुई, जिसमें बताया गया कि खगोलविदों ने दो शक्तिशाली रेडियो दूरबीनों की मदद से इस जेट का पता लगाया। ये जेट तब बने थे जब ब्रह्मांड मात्र 1.2 अरब वर्ष पुराना था, यानी अपनी वर्तमान आयु के 9% पर था।
ब्लैक होल और क्वासर की भूमिका
विशाल रेडियो जेट का संबंध एक सुपरमैसिव ब्लैक होल से है, जो क्वासर नामक चमकदार ब्रह्मांडीय पिंडों के निर्माण के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस क्वासर का द्रव्यमान हमारे सूर्य के 450 मिलियन गुना के बराबर है, लेकिन वैज्ञानिकों का मानना है कि इससे भी छोटे ब्लैक होल ऐसे शक्तिशाली जेट बना सकते हैं।
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नेशनल साइंस फाउंडेशन के NOIRLab में पोस्टडॉक्टरल रिसर्च फेलो और अध्ययन के मुख्य लेखक एनीक ग्लूडेमैन्स के अनुसार, यह खोज प्रारंभिक ब्रह्मांड के विकास और आकाशगंगाओं के निर्माण को समझने के लिए महत्वपूर्ण है।
“इससे पता चलता है कि प्रारंभिक ब्रह्मांड में भी ब्लैक होल शक्तिशाली रेडियो जेट बना सकते थे, और इसके पीछे चरम पर्यावरणीय स्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं,” ग्लूडेमैन्स ने कहा।
आगे क्या?
वैज्ञानिक अब यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि ये जेट कितनी देर तक सक्रिय रहे और क्या इससे ब्रह्मांड की अन्य संरचनाओं पर कोई प्रभाव पड़ा। यह खोज ब्रह्मांड के शुरुआती रहस्यों को उजागर करने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
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