ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) एक संक्रामक बीमारी है जो मुख्य रूप से फेफड़ों को प्रभावित करती है, हालांकि यह शरीर के अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकती है। यह Mycobacterium tuberculosis बैक्टीरिया के कारण होती है और हवा के माध्यम से फैलती है, यानी जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता या छींकता है, तो हवा में बैक्टीरिया फैल सकते हैं।
प्रमुख लक्षण:
- लगातार खांसी
- बुखार
- पसीना आना, विशेष रूप से रात के समय
- थकावट और कमजोरी
- वजन का घटना
- छाती में दर्द
उपचार:
टीबी का इलाज लंबे समय तक चलने वाली दवाइयों से किया जाता है। इसे एंटीबायोटिक्स का संयोजन माना जाता है, जिसमें आम तौर पर छह महीने तक दवाइयां ली जाती हैं। अगर इसका इलाज समय पर न किया जाए, तो यह जानलेवा हो सकता है और बैक्टीरिया की प्रतिरोधक क्षमता भी विकसित हो सकती है, जिससे मल्टी-ड्रग-रेसिस्टेंट टीबी (MDR-TB) जैसी जटिल स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
बचाव:
- सही समय पर इलाज करवाना
- अच्छे शारीरिक स्वच्छता के उपायों का पालन करना
- टीबी से संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाना
- मास्क पहनना
टीबी का उपचार संभव है, बशर्ते इसे समय रहते पहचानकर सही उपचार दिया जाए।