fbpx

बेलपत्र पर क्यों लिखा जाता है राम का नाम, किसने की थी शुरुआत? काशी के ज्योतिष से सब जानिए

वाराणसी: भगवान शिव को बेलपत्र अत्यधिक प्रिय है. यही कारण है कि सावन में सबसे ज्यादा शिवलिंग में बेलपत्र चढ़ाई जाती है. इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व हिंदू धर्म में अत्यधिक है. लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि पहली बार बेलपत्र पर राम का नाम किसने और क्यों लिखा था. इस रहस्य से काशी के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पं. संजय उपाध्याय ने पर्दा उठाया है. इन्होंने इस प्राचीन परंपरा के पीछे क्या कारण है और इसका क्या महत्व है, उसे विस्तार से समझाया है.

पंडित संजय उपाध्याय ने बताया कि बेलपत्र पर राम का नाम सबसे पहले माता पार्वती ने लिखा था. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनकी आराधना के लिए माता पार्वती ने राम नाम अंकित बेलपत्रों का उपयोग किया था. राम का नाम भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इसे बेलपत्र पर लिखकर अर्पित करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं.

More Topics

डेल्टा निर्माण कैसे होता है: सरल विधियाँ और प्रक्रियाएँ

"डेल्टा का निर्माण कैसे होता है? जानें प्रभावी विधियाँ...

भारत का सबसे बड़ा जिला: चौंकाने वाले तथ्य

"जानें भारत का सबसे बड़ा जिला कच्छ के बारे...

अग्नि कितने प्रकार की होती है

अग्नि के विभिन्न प्रकारों का उल्लेख कई पुराणों, वैदिक...

हिंदी का पहला समाचार पत्र कब प्रकाशित हुआ

हिंदी का पहला समाचार पत्र "उदन्त मार्तण्ड" था, जिसे...

सक्रिय युवा: जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण समाधान

"सक्रिय युवा जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण की बड़ी...

Follow us on Whatsapp

Stay informed with the latest news! Follow our WhatsApp channel to get instant updates directly on your phone.

इसे भी पढ़े