महाशिवरात्रि 2025 का पावन पर्व आज, 26 फरवरी को पूरे भक्तिभाव से मनाया जा रहा है। यह शुभ दिन भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह का प्रतीक है, जिसे श्रद्धालु व्रत, पूजन और मंत्र जाप के माध्यम से धूमधाम से मनाते हैं। इस दिन शिव मंत्रों का जाप विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जिससे मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
महाशिवरात्रि पर विशेष शिव मंत्र
1️⃣ ॐ रुद्राय विरेण्याय शंकराय महादेवाय च |
सर्वसिद्धिं प्रजं चैव भगवान शंकरं हरं नमः॥
2️⃣ ॐ अघोराय नमः, ॐ तत्पुरुषाय नमः
ॐ महादेवाय नमः, ॐ त्रिपुरान्तकाय नमः
ॐ शिवाय नमः॥
3️⃣ ॐ नीलकण्ठाय विद्महे
सोमसूर्यनमस्कृताय |
तन्नो शिवः प्रचोदयात्॥
4️⃣ ॐ महाकालाय कालघ्नाय
त्रिलोकनाथाय नमोऽस्तु ते |
तमो रजस्तमा-स्त्रेतं सर्वं वशं कृत्वा ममाशयम्॥
5️⃣ ॐ तात्याय नमः, ॐ रुद्रेश्वराय नमः
ॐ महादेवाय नमः, ॐ त्र्यंबकाय नमः
ॐ शिवाय नमः॥
6️⃣ ॐ नमः शिवाय सर्वसिद्धि, शान्ति साधनाय
सर्वशरीरविमोचनाय, मङ्गलमुखे नमो नमः॥
7️⃣ ॐ शिवं शंकरं सोमं रुद्रं भूतनाथं च।
पापनाशं महाशिवं शरणं प्रपद्ये॥
8️⃣ ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम।
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय ममृतात्॥
महाशिवरात्रि पर शिव मंत्रों का जाप करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि एवं शांति बनी रहती है। इस पावन अवसर पर शिव की उपासना करें और उनका आशीर्वाद प्राप्त करें।