माता वैष्णो देवी का मंदिर त्रिकूट पहाड़ियों पर स्थित है और यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है, जहाँ लाखों भक्त अपनी श्रद्धा और भक्ति के साथ दर्शन करने आते हैं। इसके साथ ही माता वैष्णो देवी के बारे में एक विशेष कथा प्रचलित है,
कथा के अनुसार, देवी त्रिकूटा का जन्म दक्षिणी भारत में रत्नाकर परिवार में हुआ था और वह भगवान श्रीराम को अपने पति रूप में प्राप्त करने के लिए तपस्या करने लगीं। भगवान श्रीराम ने उन्हें वचन दिया कि वह लंका से लौटते समय उन्हें पहचानने पर उनसे विवाह करेंगे, लेकिन भगवान राम की माया से त्रिकूटा उन्हें पहचान नहीं पाई। इसके बाद, भगवान राम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वह त्रिकूटा पर्वत पर एक गुफा में पिण्डी रूप में विराजमान होंगी और वहाँ से उनका नाम वैष्णो देवी होगा।
यह कथा धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो भक्तों को उनके विश्वास और धैर्य को मजबूत करने के लिए प्रेरित करती है।