छत्तीसगढ़ के जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पहली गिरफ्तारी माया वारियर की की है। माया, जो कोरबा में आदिवासी विकास विभाग की सहायक आयुक्त रह चुकी हैं, को ईडी की विशेष कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 23 अक्टूबर तक ईडी की कस्टोडियल रिमांड पर भेज दिया है।
रिमांड के दौरान ईडी माया से घोटाले से जुड़े सवाल पूछेगी, जिनमें अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों के नाम भी शामिल हैं। माया वारियर को पूर्व सीएम भूपेश बघेल और पूर्व कलेक्टर रानू साहू की करीबी माना जाता है।

रानू साहू की गिरफ्तारी भी हाल के दिनों में चर्चा का विषय रही है। उन्हें हायपरटेंशन की समस्या के कारण बुधवार को कोर्ट नहीं लाया जा सका, लेकिन उनकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया गुरुवार को की जाएगी। ईडी ने रानू साहू को डीएमएफ फंड के दुरुपयोग और फर्जीवाड़े में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार करने की तैयारी की है।
ईडी की विशेष लोक अभियोजक डॉ. सौरभ पांडेय ने बताया कि रानू साहू कोरबा और रायगढ़ में कलेक्टर पद पर रह चुके हैं, और इस दौरान डीएमएफ फंड का दुरुपयोग हुआ। साथ ही, रायपुर जेल में बंद अन्य आरोपियों से पूछताछ की योजना भी बनाई गई है।