छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के ग्राम सिरसिदा में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 19 वर्षीय युवक कार्तिक पटेल को धान चोरी के शक में आधी रात उसके घर से जबरन उठाकर ग्रामीणों ने बुरी तरह पीटा। सुबह तक चले इस अमानवीय कृत्य में गंभीर रूप से घायल युवक ने दम तोड़ दिया।
घटना का विवरण:
22 दिसंबर की रात करीब 2 बजे 10-12 ग्रामीणों और महिलाओं ने कार्तिक पटेल के घर में घुसकर उसे बाहर निकाला। लाठी-डंडों से लैस इन लोगों ने युवक को गांव के आदिवासी पारा तक घसीटते हुए ले गए। वहां उसे चार घंटे तक बेरहमी से पीटा गया।
युवक बार-बार अपनी जान की गुहार लगाता रहा, लेकिन भीड़ का गुस्सा नहीं थमा। जब कार्तिक की हालत नाजुक हो गई, तो ग्रामीण उसे घर के पास छोड़कर भाग गए।
अस्पताल में मौत:
सुबह करीब 7 बजे परिजन किसी तरह घायल कार्तिक को कुरूद के सरकारी अस्पताल ले गए। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए जिला अस्पताल धमतरी रेफर किया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पिता ने लगाए आरोप:
मृतक के पिता तुलसी राम पटेल ने बताया कि धान चोरी के वास्तविक आरोपितों ने उनके बेटे को फंसाया। रात में कुछ महिलाएं घर में घुसीं और कार्तिक को जबरदस्ती घसीटते हुए बाहर ले गईं। उनके अनुसार, बाहर पुरुष लाठी-डंडे लिए खड़े थे।
मामले में पुलिस कार्रवाई:
पुलिस ने मामले को हत्या और माब लिंचिंग का केस मानते हुए 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। एएसपी मणि शंकर चंद्रा ने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़:
कार्तिक पटेल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मौत से परिवार पर गहरा संकट आ गया है। मां विद्या पटेल और पिता तुलसी राम पटेल का रो-रोकर बुरा हाल है।
समाज के लिए चेतावनी:
यह घटना माब लिंचिंग जैसी घटनाओं की भयावहता को दर्शाती है। किसी पर शक के आधार पर कानून हाथ में लेना न केवल अपराध है, बल्कि यह सामाजिक ताने-बाने को भी नुकसान पहुंचाता है। ऐसी घटनाएं हमारे समाज में जागरूकता और कानून के प्रति सम्मान बढ़ाने की जरूरत को रेखांकित करती हैं।
यहां सबसे अहम है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।