बस्तर संभाग के धान खरीदी में दिक्कतें सामने आने लगी है। बहुत से खरीदी केंद्रों में किसानों को सर्वर की समस्या से टोकन लेने में परेशानी हो रही है, सर्वर धीमा होने से किसानों को घण्टों इंतजार करना पड़ रहा है। ऑफलाइन टोकन लेने के लिए किसानों को केन्द्र पहुंचना पड़ रहा है।
दूसरी ओर प्रदेश के राइस मिलरों को बकाया भुगतान नहीं होने से कस्टम मिलिंग का कार्य पूरी तरह ठप्प है। बस्तर जिले के 79 खरीदी केन्द्रों में 70 हजार 176 क्विंटल धान का उपार्जन हो चुका है लेकिन कस्टम मिलिंग अभी भी चालू नहीं हो सकी है।
जानकारी के अनुसार अभी तक राज्य सरकारके साथ राइस मिलरों के पंजीयन के लिए पहल नहीं हो सकी है। राइस मिलरों का कहना है कि आने वाले दिनों में परेशानी और बढ़ेगी और सोसाइटियों को बारदानों की कमी से जूझना भी पड़ सकता है।
धान खरीदी केंद्रों को राइस मिलर्स करीब 60 लाख बारदाने उपलब्ध कराते है। इस वर्ष अभी तक राइस मिलरों का पंजीयन नहीं हो पाया है। (Chhattisgarh News) राइस मिलर्स एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को मांगों को लेकर पत्र भी लिखा है। अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि बकाया भुगतान नहीं मिलने के कारण राइस मिलरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
धान खरीदी में सियासत
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार किसानों को धान की कीमत 3,100 रुपए प्रति क्विंटल और प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदने से बचना चाहती है। जानबूझकर खरीदी केंद्रों में अव्यवस्थास्था निर्मित की है, जो भाजपा सरकार के धान खरीदी में अरुचि को दर्शाता है।
टोकन नहीं मिलने से परेशान हो रहे किसान
खरीदी केंद्रों में समर्थन मूल्य पर धान बेचने टोकन लेने किसान परेशान है। ऑनलाइन टोकन एप रोजाना सुबह 9.30 बजे खुलता है और 10 से 15 मिनट में ही सारे समितियों के टोकन कट जाते है। इसके चलते समितियों से किसानों को मैनुअल टोकन नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में कई किसानों को मायूस होकर लौटना पड़ रहा है।
कस्टम मिलिंग के लिए उपार्जन केन्द्र में धान पड़ा हुआ
जिला किसान धान क्विंटल में
बस्तर 1339 – 70175
बीजापुर 538 – 15667
दंतेवाड़ा 149 – 2510
कांकेर 1472 – 167842
कोण्डागांव 1824 – 105229
नारायणपुर 255- 9620
सुकमा 360 – 10525