प्रकृति की गोद में बसा सरगुजा क्षेत्र आज एक नए विकास की ओर बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में जशपुर जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल मयाली में सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
खड़सा व्यू प्वाइंट पर मुख्यमंत्री और सभी अतिथियों का स्वागत पारंपरिक कर्मा नृत्य और वाद्य यंत्रों की धुनों के साथ किया गया। उन्हें परंपरागत बांस की टोपी और डुंबर के फल तथा आम की पत्तियों की माला पहनाकर सम्मानित किया गया। बैठक में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री मयाली डैम के बोट से सभी अतिथियों के साथ खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का आनंद लेते हुए पहुंचे।

बैठक में उपस्थित प्रमुख हस्तियाँ
इस बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, उपाध्यक्ष सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण श्रीमती गोमती साय, सांसद रायगढ़ राधेश्याम राठिया, और कई विधायक एवं वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मयाली का विकास: स्वदेश दर्शन योजना में शामिल
मयाली, जो स्वदेश दर्शन योजना में शामिल है, को पर्यटन विभाग द्वारा 10 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिली है, जिससे इसका कायाकल्प किया जाएगा।

मयाली नेचर कैंप: परिवारों के लिए एक आदर्श पर्यटन स्थल
जशपुर की सुरम्य पहाड़ियों में स्थित मयाली नेचर कैंप प्रकृति का अनमोल उपहार है। यह डेम के किनारे हरियाली से भरा हुआ है, जहां परिवारों और पर्यटकों की भारी भीड़ देखी जाती है। विशेषकर वीकेंड पर यहां लोगों की संख्या और बढ़ जाती है। मयाली में बोटिंग की सुविधा भी उपलब्ध है, जो इसे और आकर्षक बनाती है।
मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के जरिए सरगुजा क्षेत्र के विकास की नई दिशा तय की गई है, जो स्थानीय आदिवासी समुदाय के लिए फायदेमंद साबित होगी।