रायपुर: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एक बार फिर सत्तारूढ़ भाजपा सरकार पर तीखे हमले किए हैं। अपने निवास पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने प्रदेश में बढ़ते अपराध, धान खरीदी में देरी और सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े किए।
बघेल ने रायपुर में हाल ही में हुई 20 लाख की लूट का जिक्र करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बिगड़ती जा रही है। 10 करोड़ का सोना पकड़ा गया। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में अपराधों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और पुलिस प्रशासन इसे नियंत्रित करने में विफल साबित हो रहा है। उन्होंने भानुप्रतापपुर की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां एक भाजयुमो नेता की कार में करोड़ों रुपये पाए गए, जिससे उन्होंने राज्य के नेताओं पर सवाल उठाए। अपराध तेजी से बढ़ रहा है। हत्या, बलत्कार, लूटपाट, चोरी रोजाना हो रहा है। भानूप्रतापपुर में तो एक बेरोजगार भाजयुमो नेता के पास उसके कार में करोड़ो रूपये दिखाई दे रहा है। वह कहता है रिशतेदार का पैसा है, कही वो रिश्तेदार किसी मंत्री के यहां पदस्थ तो नहीं है? मुख्यमंत्री आज समीक्षा बैठक ले रहे है। गृहमंत्री भी इस बैठक में शामिल हुये। गृहमंत्री अपराध रोकने में असफल रहे।10 महीने हो गये जो काम चल रहे थे वो भी रूक गये है। सरकार की आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है, हजारो करोड़ का कर्जा ले चुकी है।
धान खरीदी को लेकर बघेल ने भाजपा सरकार की नीयत पर संदेह जताया। उन्होंने कहा कि जब भाजपा विपक्ष में थी, तब वह 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग करती थी, लेकिन अब खुद सरकार में होने के बावजूद 14 नवंबर से धान खरीदी की जा रही है। अब जब भाजपा खुद सरकार में आ गयी है तो धान खरीदी लेट से क्यों कर रही है? बघेल ने यह भी कहा कि इस साल किसानों ने पहले ही धान की कटाई शुरू कर दी है सरकार को 25 अक्टूबर से धान खरीद लेना चाहिये। फसल किसान के हाथ में आ चुका है। सरकार को किसानों का धान खरीदना चाहिए, नहीं तो किसान कोचियों को बेचने मजबूर हो जायेगा।
हसदेव अरण्य के मामले में उन्होंने कहा कि नए खदानों के लिए पेड़ों की कटाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अपनी सरकार के दौरान लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए कहा कि खदानों के विस्तार के लिए 23 खदानों को कारीडोर में शामिल किया गया था।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि साय सरकार, सरकार चलाने में असमर्थ है। चाहे राजधानी हो, न्याय धानी हो, संस्कारधानी हो, अपराध कंट्रोल नहीं हो रहा है। बघेल ने आरोप लगाया कि मंत्रियों के हस्तक्षेप के चलते पुलिस प्रशासन भी सही तरीके से काम नहीं कर पा रहा है, और अपराधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंत्रियो का फोन बड़े पुलिस अफसरो के पास आ जाता है तो पुलिस वाले भी क्या करेंगे। अभी की स्थिति यही है। विधायक ईश्वर साहू के बेटे के खिलाफ एफआईआर कराने में बहुत समय लग गया। वहां तो फोन चले गया तो फिर एफआईआर कहां होगा। अभी यहीं स्थिति हैं।