क्या अटल श्रीवास्तव के विधानसभा प्रश्न के बाद अरपा भैंसाझार मामले ने हुई गड़बड़ियां छिप पायेंगी ?
क्या सिंचाई मंत्री केदार कश्यप का विधानसभा जवाब अरपा भैंसाझार के ठेकेदार को बचा पायेगा?
क्या छत्तीसगढ़ के जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता की चालाकियां नहीं पकड़ी जायेंगी ?
पूरब टाइम्स , रायपुर . पिछले कई महीने से जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता द्वारा कतिपय ठेकेदारों को बचाने की कोशिशों से , अब विभाग की गड़बड़ियां लगातार उजागर होने लगी हैं . श्रम विभाग , वित्त विभाग , प्रशासनिक स्वीकृति की अनेक महत्वपूर्ण कंडिकाओं का अनुपालन ना करना , अतिरिक्त कार्यों की बिलिंग , अतिरिक्त समय सीमा बढ़ाने के बाद भी कार्य समाप्त नहीं होना आदि मुद्दे अब विभाग के बाहर भी गूंजने लगे हैं लेकिन उच्च पदस्थ अधिकारियों के कानों में कोई जूं नहीं रेंग रही है . समाज सेवक से प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले का अरपा भैंसाझार निर्माण का ठेका मामल कई अनियमितताओं के साथ बिलासपुर की जनता के अधिकार पर वर्षों से अतिक्रमण कर रहा है लेकिन अब कोटा के कांग्रेसी विधायक अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा में आधे अधूरे प्रश्न पूछकर, अपनी ही विश्वसनीयता को शंकास्पद बना दिया, जिस पर प्रकाश डालते कुछ विषय समाज सेवक अमोल मालुसरे द्वारा उठाए गए है और नोटिस देकर संज्ञान करवाया गया है . पूरब टाइम्स की एक विशेष रिपोर्ट ..
क्या अरपा भैंसाझार ठेका मामले का गड़बड़झाला कोटा विधायक के विधानसभा प्रश्न के साथ मंत्री केदार कश्यप सवालों के घेरे में है ?
इस प्रश्न पर प्रकाश डालते हुए समाज सेवक अमोल मालुसरे ने बताया कि हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार को प्रश्नांकित करने के लिए सबसे सशक्त व्यवस्था की गई है, वह है, विधानसभा प्रश्न पूछने का विधायक अधिकार . इसका प्रयोग कर विधायक जनता के अधिकार को सुनिश्चित करवाता है लेकिन अरपा भैंसाझार मामले में विधायक अटल श्रीवास्तव द्वारा पूछा गया विधानसभा प्रश्न अधूरा एवं अपूर्ण है, जिसे जल संसाधन मंत्री द्वारा उत्तर साबित कर रहा है . ऐसा प्रतीत होता है कि अरपा भैंसाझार निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार को छिपाने का अवसर देने के लिए यह प्रश्न पूछा गया है क्योंकि अरपा भैंसाझार मामले का असल मुद्दा इस वृहद परियोजना में हुए विलंब के कारण पूछा जाना था लेकिन विधायक अटल श्रीवास्तव ने इसी प्रश्न को नहीं पूछा . जिससे यह माने जाने का आधार मिल रहा है कि स्थानीय विधायक अटल श्रीवास्तव ने अनुबंधित कार्य नहीं करने वाले ठेकदार को बचाने का कपटपूर्ण प्रयास किया जा रहा है इसलिए अपनी नागरिक जिम्मेदारी पूरी करते हुए अरपा भैंसाझार मामले में मैने अपने अन्य साथियों के साथ नोटिस देकर सभी संबंधितों को प्रश्नांकित किया है .
क्या अरपा भैंसाझार मामले में विधायक अटल श्रीवास्तव का विधानसभा प्रश्न गड़बड़ी बाज ठेकेदार को बचा लेगा ?
अरपा भैंसाझार मामले में विधायक अटल श्रीवास्तव भले ही गैर जिम्मेदाराना कार्य व्यवहार कर रहें हैं लेकिन एक समाज सेवक के तौर पर अमोल मालुसरे, अपना नागरिक योगदान देकर, इस मामले को सभी सक्षम को संज्ञान करवा रहे हैं . उनके अनुसार जल संसाधन संरक्षण एवं संवर्द्धन करवाने के ठेका कार्य को अनियमितताओं के हवाले करना, विशाल लोकहित को प्रभावित करने वाला आपराधिक कृत्य है. अरपा भैंसाझार निर्माण की वृहद परियोजना किसानों के आर्थिक विकास, कृषि उपज से संबंधित व्यवसायों को स्थायित्व प्रदान करने के साथ स्थानीय लोगों की जल आपूर्ति को सुनिश्चित करवाने वाली परियोजना है लेकिन वर्तमान में यह लोक हिताय परियोजना अनियमितताओं के हवाले कर दी गई है और विधायक अटल श्रीवास्तव का प्रश्न गड़बड़ी बाज ठेकदार को बचाने का अवसर प्रदान करने वाला है जो व्यथनीय है ।
जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता की जवाबदेही सुनिश्चित करने वाले विधानसभा प्रश्न का जवाब लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए चुनौती है ?
विधायक अटल श्रीवास्तव के विधान सभा प्रश्न के विषय को प्रश्नांकित करते हुए अमोल मालुसरे ने बताया कि अरपा भैंसाझार के अपूर्ण निर्माण कार्य को जिम्मेदारीपूर्ण शासकीय कार्यवाहियों के अभाव में अपूरणीय नुकसान पहुंचा है लेकिन जल संसाधन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी प्रत्यक्ष रूप से दोषी ठेका कंपनी को बचाने का कार्य व्यवहार कर रहें है . इसके साथ साथ स्थानीय विधायक अटल श्रीवास्तव अरपा भैंसाझार निर्माण मामले में अपूर्ण प्रश्न कर मामले को भटकने का प्रयास करते प्रतीत हो रहे है इसलिए आवश्यक हो गया है अरपा भैंसाझार मामले में तृतीय पक्षकार के तौर पर निर्माण कार्य की अनियमितताओं को प्रश्नांकित किया जाए और अरपा भैंसाझार के विधानसभा प्रश्न के छलावे वाले विषयवस्तु पर विधिवत संज्ञान करवाकर संबंधित प्राधिकारियों को विधिक चुनौती दी जाए इसके लिये समाज सेवकों द्वारा विधिवत नोटिस देकर , विधिक रूप से आगे बढ़ा जा रहा है .