छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी के बाद राजनीतिक तापमान बढ़ गया है। पूर्व मंत्री कवासी लखमा, पीसीसी चीफ दीपक बैज, और अन्य नेताओं की प्रतिक्रियाओं ने इस मुद्दे को और गरमा दिया है।
प्रमुख बिंदु:
- कवासी लखमा का बयान:
- उन्होंने कहा कि यह छापेमारी राजनीति से प्रेरित है और नगरीय निकाय चुनाव को प्रभावित करने के लिए की गई है।
- लखमा ने अधिकारियों पर गड़बड़ी करने और उन्हें अंधेरे में रखने का आरोप लगाया।
- उन्होंने कहा कि उनके पास केवल पुश्तैनी चार एकड़ जमीन है और मंत्री बनने के बाद उन्होंने कोई संपत्ति नहीं खरीदी।
- पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान:
- दीपक बैज ने कहा कि चुनाव के नजदीक आने पर ED की कार्रवाई तेज हो जाती है।
- उन्होंने इसे भाजपा की साजिश करार दिया और कहा कि यह कांग्रेस नेताओं को डराने का प्रयास है।
- बैज ने यह भी बताया कि कांग्रेस जिला अध्यक्षों की सूची जनवरी में जारी होगी।
- टीएस सिंहदेव की प्रतिक्रिया:
- पूर्व डिप्टी सीएम सिंहदेव ने कहा कि कवासी लखमा अपने बयान में सोच-समझकर बात करते हैं।
- उन्होंने कहा कि जो तथ्य सामने आएंगे, उन्हें स्वीकार किया जाएगा।
घटनाक्रम:
ED ने रायपुर और सुकमा समेत कई स्थानों पर छापेमारी की। कवासी लखमा के घर से कथित रूप से महत्वपूर्ण दस्तावेज मिलने की खबर है। हालांकि, लखमा ने कहा कि उनके यहां कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिला।
निष्कर्ष:
इस कार्रवाई ने छत्तीसगढ़ की राजनीति में नई हलचल मचा दी है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की रणनीति बताते हुए चुनाव से जोड़कर देखा है, जबकि ED की जांच से जुड़े खुलासों का इंतजार है।
आप चाहें तो इसे और गहराई से विश्लेषित किया जा सकता है।