Total Users- 984,108

spot_img
spot_img

Total Users- 984,108

Wednesday, May 14, 2025
spot_img
spot_img

छत्तीसगढ़ में मितानिनों की हड़ताल राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक बड़ी चुनौती

छत्तीसगढ़ में मितानिनों की हड़ताल राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। उनके आंदोलन ने स्वास्थ्य प्रणाली के संचालन में मितानिनों की अहमियत को उजागर किया है। यह संकट सरकार, समाज और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए गंभीर संदेश लेकर आया है।

मितानिनों की मांगे और समस्याएं:

  1. स्थायी वेतनमान: मितानिनों की प्रमुख मांग है कि उन्हें स्थायी वेतनमान दिया जाए और उनके मासिक वेतन में 50% की वृद्धि की जाए।
  2. भुगतान में देरी: कई मितानिनों को पिछले तीन महीनों से वेतन नहीं मिला है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति और खराब हो रही है।
  3. अतिरिक्त कार्यभार: मितानिन नियमित स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ एनजीओ के कार्यों में भी योगदान देती हैं, लेकिन उन्हें इसका उचित भुगतान नहीं मिलता।
  4. पदोन्नति और सम्मान: मितानिनों का कहना है कि उन्हें उनके अनुभव और काम के आधार पर पदोन्नति मिलनी चाहिए और उनके काम को सम्मान दिया जाना चाहिए।

हड़ताल का प्रभाव:

  1. स्वास्थ्य सेवाएं ठप:
    • टीकाकरण अभियान रुक गया है।
    • संस्थागत प्रसव और नवजात देखभाल प्रभावित हो रही है।
    • टीबी और कुष्ठ जैसे रोगों का नियंत्रण भी बाधित है।
  2. गांवों में संकट: ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह ठप हो गई हैं, जिससे लोग प्रभावित हो रहे हैं।
  3. जनता का समर्थन: ग्रामीण समाज मितानिनों के समर्थन में खड़ा है और उनका मानना है कि उनके साथ न्याय होना चाहिए।

सरकार की भूमिका:

मितानिनों का आरोप है कि सरकार ने घोषणापत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया। यह स्थिति सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है क्योंकि स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने से लोगों में असंतोष बढ़ सकता है।

समाधान की आवश्यकता:

मितानिनों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान निकालने के लिए सरकार को तत्काल कदम उठाने होंगे।

  1. संवाद: सरकार और मितानिन संघ के बीच बातचीत को प्राथमिकता दी जाए।
  2. अस्थायी राहत: लंबित वेतन का तुरंत भुगतान कर राहत दी जाए।
  3. दीर्घकालिक समाधान: मितानिनों के लिए स्थायी वेतनमान और पदोन्नति की नीतियां बनाई जाएं।

यदि यह मुद्दा जल्द सुलझाया नहीं गया, तो इसका व्यापक प्रभाव न केवल स्वास्थ्य सेवाओं पर, बल्कि राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी पड़ेगा।

spot_img

More Topics

सुशासन तिहार के अंतर्गत ‘उन्नति महिला समूह’ को मिला मत्स्य विभाग की योजनाओं का लाभ

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा के अनुरूप शासकीय योजनाओं...

पश्चिम बंगाल के इन खूबसूरत बीचेज पर विजिट जरूर करें

घूमने के शौकीन लोग अक्सर घूमने का प्लान बनाते...

Follow us on Whatsapp

Stay informed with the latest news! Follow our WhatsApp channel to get instant updates directly on your phone.

इसे भी पढ़े