छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (CGPSC) द्वारा आयोजित सिविल जज भर्ती परीक्षा में रायपुर की श्वेता दीवान ने शीर्ष स्थान हासिल कर सफलता की मिसाल पेश की है। खास बात यह है कि श्वेता ने अपने बच्चे की परवरिश के साथ इस उपलब्धि को हासिल किया। उनकी यह कहानी कई अन्य अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
श्वेता का संघर्ष और सफलता
श्वेता दीवान ने दूसरे प्रयास में यह सफलता प्राप्त की है। पहले प्रयास में वह साक्षात्कार तक पहुंची थीं, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। इस बार अपनी पिछली गलतियों से सीखते हुए श्वेता ने बेहतर तैयारी की और परीक्षा में टॉप किया।
महिलाओं का वर्चस्व
इस परीक्षा के परिणामों में महिलाओं का दबदबा देखने को मिला है। टॉप-10 में सात महिला अभ्यर्थियों ने अपनी जगह बनाई है। यह राज्य में महिला सशक्तिकरण और उनके शिक्षा के प्रति समर्पण का स्पष्ट प्रमाण है।
कुल चयन और साक्षात्कार प्रक्रिया
- 49 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी।
- साक्षात्कार के लिए कुल 151 अभ्यर्थी चयनित हुए थे।
श्वेता दीवान की यह सफलता उन सभी महिलाओं और अभ्यर्थियों के लिए प्रेरणा है जो परिस्थितियों के बावजूद अपने सपनों को साकार करने की मेहनत कर रहे हैं।
टॉप-10 में चयनित अभ्यर्थियों की सूची निम्नलिखित है:
- श्वेता दीवान
- महिमा शर्मा
- निखिल साहू
- प्रियादर्शन गोस्वामी
- आयुषी शुक्ला
- भामिनी राठी
- नंदिनी पटेल
- आरती ध्रुव
- अदिति शर्मा
- द्वयु सिंह सेंगर