केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बस्तर दौरे के दूसरे दिन, बीजापुर जिले के गुंडम गांव का दौरा किया, जो नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। यह गांव नक्सली कमांडर हिड़मा के गांव पूवर्ती से मात्र सात किमी पहले स्थित है। शाह ने ग्रामीणों के साथ चौपाल लगाई और बच्चों से स्कूल में बातचीत की। उन्होंने नक्सलवाद से दूर रहकर मुख्यधारा में जुड़ने का आग्रह किया और विकास योजनाओं के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता दोहराई।
ग्रामीणों से बातचीत
- शाह ने महतारी वंदन योजना, बैंक खाता, और आधार कार्ड जैसे सरकारी योजनाओं की जानकारी ग्रामीणों से ली।
- ग्रामीणों ने शाह को स्थानीय उत्पाद जैसे कोचई-कांदा और तिखुर से भरी टोकरी उपहार स्वरूप भेंट की।
- गृहमंत्री ने भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार गांव तक हर जरूरी सुविधा पहुंचाएगी और नक्सलियों से डरने की आवश्यकता नहीं है।
स्कूल में बच्चों से मुलाकात
- अमित शाह ने गांव के स्कूल में बच्चों से राष्ट्रीय पक्षी का नाम पूछा और उन्हें जानवरों की तस्वीरें दिखाकर उनके नाम पूछे।
- उन्होंने बच्चों से उनकी पढ़ाई और पसंदीदा विषयों के बारे में भी जानकारी ली।
शहीदों को श्रद्धांजलि
- शाह ने जगदलपुर की अमर वाटिका में शहीदों को श्रद्धांजलि दी और वहां पौधरोपण किया।
- शहीद जवानों के परिजनों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और विजिटर बुक में लिखा कि देश उनकी शहादत के लिए सदैव ऋणी रहेगा।
नक्सलियों से प्रभावित लोगों से मुलाकात
- शाह ने नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और असम के उन लोगों से मुलाकात की, जिन्होंने हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में वापसी की है।
- उन्होंने सुरक्षा बलों और ग्रामीणों के बीच दोस्ताना संबंधों को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
मुख्य संदेश
गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार का उद्देश्य न केवल नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा स्थापित करना है, बल्कि विकास और विश्वास का माहौल भी बनाना है। उन्होंने ग्रामीणों और सुरक्षाबलों के बीच तालमेल बढ़ाने की अपील की और विकास योजनाओं की प्राथमिकता पर जोर दिया।