यह खबर पश्चिम बंगाल में छात्र राजनीति के बढ़ते तनाव को दर्शाती है, खासकर जादवपुर विश्वविद्यालय और प्रेसिडेंसी विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में। एसएफआई द्वारा शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के इस्तीफे की मांग और विभिन्न विश्वविद्यालयों में हड़ताल का प्रभाव राज्य में शैक्षणिक माहौल को प्रभावित कर सकता है।
मुख्य बिंदु:
- हड़ताल का आह्वान – एसएफआई ने शिक्षा मंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर विभिन्न विश्वविद्यालयों में हड़ताल की।
- हिंसक झड़पें – टीएमसी छात्र शाखा और वामपंथी संगठनों के बीच टकराव हुआ।
- जादवपुर विश्वविद्यालय घटना – मंत्री ब्रत्य बसु के वाहन से दो छात्र घायल हुए, जिससे विवाद और बढ़ा।
- परीक्षाओं पर असर नहीं – हड़ताल के बावजूद बोर्ड परीक्षाएं प्रभावित नहीं हुईं।
यह मुद्दा सिर्फ छात्र राजनीति तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे पश्चिम बंगाल की व्यापक राजनीतिक गतिशीलता पर भी असर पड़ सकता है। ऐसे विवादों से शैक्षणिक संस्थानों का माहौल अस्थिर होता है और छात्रों की शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।