इन दिनों व्हाट्सएप युनिवर्सिटी से विद्वान बनने की मोबाइल में धूम मची हुई है . चाहे वह विज्ञान हो या क़ानून की पढ़ाई हो , संगीत का प्रशिक्षण या होटल मैनेजमेंट हो, मेडिकल ज्ञान हो या कविता लिखना सीखना हो , व्हाट्सएप युनिवर्सिटी बेझिझक सभी को सर्वश्रेष्ठ शिक्षा दे रहा है.
उनकी इस सफलता को देखकर मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विशेष विभाग खोल , बक बक क्वीन , कंगना रनौत को उसका निदेशक बना दिया है . अब वे सरकार की मदद से व्हाट्सएप युनिवर्सिटी को टक्कर देने ‘ बक बक युनिवर्सिटी ” ( बी बी यू ) स्थापित करेंगी . जहां से बाकायदा वे शीघ्र ही झूठे बयानबाज़ी , यू टर्न नेतागिरी, आदि के क्षेत्र में में भी नए पाठ्यक्रम शुरू करवायेंगी । मिस रनौत ने इन कोर्सों को शुरू करने के लिए भारी विवादित बयानबाज़ी व घोषणाएं भी की है. पता चला है कि ये संस्थान “बक बक नेतागिरी” की पहली डिग्री कंगना रनौत को देंगे , जिससे उनके राजनैतिक विरोधियों के मुंह सदा के लिए बंद हो जाएंगे. कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और आरजीडी के लालू यादव ने बयान दिया है कि यदि उनके राज में यह संस्थान चालू हो जाता तो सबसे पहली डिग्री पर उनका क्लेम रहता .प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भी इन पाठ्यक्रमों को स्किल डेवलेपमेंट स्कीम का हिस्सा बताया है, उनका कहना है कि अच्छे दिनों के लिए इससे देश को अब बाकायदा डिग्री लेकर पढ़े लिखे हुए नेता मिलेंगे । उनसे , आगे कोई भी डिग्री के बारे में सवाल नहीं कर पायेगा . मिस रनौत ने पत्रकारों को बताया कि शुरुवात में एक हफ्ते के डिप्लोमा प्रोग्राम चलाएंगे. इन प्रोग्राम्स की सफलता के बाद ही स्नातक, परास्नातक और शोध के पाठ्यक्रम लॉन्च किये जायेंगे। इसी तरह की अनेक विधा में महारत हासिल किये युगपुरुष के नाम से विश्व विख्यात केजरीवाल ने भी इस कदम को सकारात्मक कदम बताया है और ‘ईमानदारी’ पर भी कोर्स शुरू करने की वकालत की है। साथ ही ‘ईमानदारी’ पर डिग्री लेने वाले पहले १०० विद्यार्थियों को केजरीवाल ने कैंपस प्लेसमेंट के जरिये अपनी पार्टी में शामिल करने का भी ऐलान किया है. बस ,एक छोटी सी शर्त रखी है कि यह डिग्री उनके हाथों से दिलवाई जाए । कांग्रेस के मोहब्बत के दूत राहुल गांधी ने भी ‘ रिलॉन्चिंग’ नाम से डिग्री की भी वकालत की है. उन्होंने बताया है कि कैसे हर तरफ से निराश होने के बाद इस विषय पर शिक्षा लेने के बाद से चारों तरफ उनकी पार्टी के नेता उनकी तारीफ़ करने से नहीं अघा रहे हैं , उन्होंने भी बीबीयू के चालू होते ही अपने स्पेशलाइजेशन पर ” डॉक्टरेट ” मांगा है. पर सूत्रों से पता चला है कि वहां ” जोड़-तोड़ कर राज करो ” विषय पर अमित भाई शाह का आवेदन पहले से ही लग गया है , जिन्हें सबसे पहली डोक्टरेट से नवाज़ा जायेगा . पता ये लगा है कि ममता दीदी आगे किसी चुनाव में बुरी हार के बाद , फुल टाइम्स टीचिंग करना चाहती हैं ” मेरी मुर्गी की एक टांग ” विषय पर . अखिलेश यादव अपने हर तरह के दांव विफल होते देखकर , विपक्ष के महागठबंधन की तरफ से ” मोदी विरोधी ” कोर्स शुरू करने की वकालत कर रहे हैं , जिसे कंगना रनौत ने यह कहकर रिजेक्ट कर दिया कि इस कोर्स की प्रैक्टिस सभी विपक्षी नेता कर रहे हैं पर वे लगातार फेल हो रहे हैं . उधर जेडीयू के नीतीश कुमार , ” कैसे हमेशा सत्ता में रहो ” विषय पर कोर्स शुरू करने का विरोध कर रहे हैं क्योंकि वे मानते हैं कि इस पर केवल उनका कॉपी राइट है .
इंजी. मधुर चितलांग्या , संपादक
दैनिक पूरब टाइम्स