आजकल लोगों का खानपान और लाइफस्टाइल काफी ज्यादा खराब हो चुका है. जिसकी वजह से लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है. वहीं इस भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने खाने पीने को लेकर लापरवाह हो गए हैं. ऐसे में आयुर्वेद आपको स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है. स्वस्थ रहने के लिए आचार्य बालकृष्ण के ये टिप्स बेहद खास हैं.
आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि अगर किसी का पेट साफ नहीं होता है तो उसे कुटकी का सेवन करना चाहिए. ये लीवर के लिए बेहद लाभकारी होती है. वहीं गन्ने का मूत्र संबंधी समस्याओं को खत्म कर देता है. अगर किसी को पेट की ज्यादा समस्या है तो उसे अमलतास का सेवन करना चाहिए. इसके अलावा कैक्टस के दूध से भी पेट समस्याओं में आराम मिलता है. हालांकि इसका इस्तेमाल चिकित्स के परामर्श के बिना न करें| कमजोरी खत्म करें:
आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक इस पीपल का पत्ता भी एक दिव्य वृक्ष है इसके पत्तों का सेवन करने से शरीर में होने वाली कमजोरी और थकान दूर हो जाती है. आयार्य बालकृष्ण के मुताबिक, पीपल का पत्ता एक जादुई जड़ी बूटी है जो जिसका असर अमृत की तरह होता है. पीपल के बत्तों का प्रयोग बच्चों से लेकर युवाओं और बूढ़ों सभी के लिए फायदेमंद होता है|
शारीरिक कमजोरी: शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए पीपल के फलों का पाउडर बना लें. इस पाउडर में बराबर मात्रा में मिश्री मिला लें और इसे अच्छे से मिला लें. इस पाउडर के एक-एक चम्मच सुबह-शाम प्रयोग करें. चंद दिनों में शारीरिक कमजोरी दूर हो जाएगी. आचार्य बालकृष्ण का कहना है कि पीपल के पौधे की पत्तियां और टहनियां दोनों में ही औषधीय गुण मौजूद हैं. अगर रोजाना सुबह एक पीपल का पत्ता चबा लिया जाए तो कई प्रकार की बीमारियों खत्म हो जाती हैं|
आचार्य बालकृष्ण बताते हैं कि पीपल की पत्तियों का सेवन करने से लिवर की ठीक रहता है. पीपल की पत्तियों को पीसकर पाउडर बना लें और उसका दिन में दो बार सेवन करें.इसके अलावा जिन लोगों को पेट की परेशानी हो बॉडी में टॉक्सिन जमा हो ऐसे लोगों को पीपल की पत्तियों का सेवन करना चाहिए. पीपपल की पत्तियों का काढ़ा बनाकर इनका सेवन करने से गैस, एसिडिटी और अपच की समस्या से राहत मिलती है|