नारायणपाल मंदिर बस्तर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भगवान विष्णु को समर्पित है। यह मंदिर बस्तर जिले के नारायणपाल गांव में स्थित है, जो जगदलपुर के उत्तर-पश्चिम में चित्रकोट झरने के पास और इंद्रवती नदी के किनारे बसा हुआ है। यह मंदिर 1000 साल पुराना है और इसकी वास्तुकला में चालुक्य शैली का प्रभाव देखा जाता है।
मंदिर का निर्माण चिंदक राजवंश की रानी मुमुंददेवी द्वारा किया गया था। यह मंदिर 11वीं शताब्दी का है और इसे भारत के खजुराहो मंदिर के समकालीन माना जाता है। मंदिर इंद्रवती और नारंगी नदियों के संगम पर स्थित है और यहां भगवान विष्णु की मूर्ति प्रतिष्ठित है, जो इसे बस्तर जिले का एकमात्र ऐसा मंदिर बनाता है जिसमें भगवान विष्णु की मूर्ति स्थापित है।
नारायणपाल मंदिर के आसपास एक छोटा सा गांव है जिसे नारायणपुर के नाम से जाना जाता है, जो मंदिर की स्थापना के बाद इसे नया नाम मिला। यह मंदिर अपनी वास्तुकला, ऐतिहासिक महत्व और आध्यात्मिक ऊर्जा के कारण पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख स्थल है।