भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के मेलबर्न टेस्ट में यशस्वी जायसवाल को लेकर हुआ विवाद क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बन गया। यह घटना तब घटी जब पैट कमिंस के बाउंसर पर यशस्वी जायसवाल के शॉट के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपील की, और फील्ड अंपायर ने नॉट आउट करार दिया। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस लिया, और थर्ड अंपायर ने स्निकोमीटर पर कोई हरकत न होने के बावजूद जायसवाल को आउट दे दिया।
इस फैसले से कमेंटेटर सुनील गावस्कर और संजय मांजरेकर काफी नाराज हो गए। गावस्कर ने कहा कि जब स्निकोमीटर पर कोई हरकत नहीं थी, तो थर्ड अंपायर ने आउट कैसे दिया, जबकि फील्ड अंपायर ने पहले नॉट आउट करार दिया था। संजय मांजरेकर ने इसे ‘अजीब’ फैसला बताते हुए कहा कि जब कोई सबूत नहीं है, तो आउट कैसे दिया जा सकता है।
इसके साथ ही, यह भी ध्यान देने वाली बात थी कि बल्ले से गुजरने के दौरान गेंद में डिफ्लेक्शन था, लेकिन ऐसा कोई स्पष्ट संकेत नहीं था कि गेंद ने बल्ले को छुआ। यशस्वी जायसवाल के 200 से अधिक गेंद खेलने और शतक की ओर बढ़ने के बावजूद यह फैसला उन्हें असमंजस में डालने वाला था।
इस तरह के फैसलों पर रवि शास्त्री ने भी नाराजगी जाहिर की, जब आकाश दीप को भी इसी तरह के मामले में आउट दिया गया था।