भारतीय महिला क्रिकेट टीम की स्टार बल्लेबाज स्मृति मंधाना ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ के वाका मैदान पर खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में स्मृति ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 103 गेंदों पर शतक जड़ा। इस पारी में उन्होंने 14 चौके और 1 छक्का लगाया। स्मृति का यह शतक उनके वनडे करियर का नौवां शतक है।
महिला वनडे क्रिकेट में नया रिकॉर्ड
स्मृति मंधाना एक कैलेंडर ईयर में 4 शतक लगाने वाली पहली महिला क्रिकेटर बन गई हैं। इससे पहले, यह उपलब्धि किसी महिला क्रिकेटर ने हासिल नहीं की थी। उनके इस रिकॉर्ड ने भारतीय महिला क्रिकेट को एक नई ऊंचाई दी है।
भारत की सबसे सफल महिला बल्लेबाज
स्मृति मंधाना ने इस मैच में मिताली राज के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया। मिताली के नाम महिला वनडे क्रिकेट में 7 शतक थे, जो उन्होंने 211 पारियों में बनाए थे। वहीं, स्मृति ने सिर्फ 91 पारियों में 9 शतक लगाकर यह मुकाम हासिल कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया की पारी: सदरलैंड का शतक और अरुंधति का जलवा
इससे पहले, ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 298 रन बनाए। टीम के लिए अनाबेल सदरलैंड ने धमाकेदार शतक (95 गेंदों पर 110 रन, 9 चौके और 4 छक्के) लगाया।
भारतीय तेज गेंदबाज अरुंधति रेड्डी ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 26 रन देकर 4 विकेट लिए। उन्होंने शुरुआती ओवरों में ऑस्ट्रेलिया के चार अहम बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई।
मैच का हाल: अरुंधति का स्पेल और सदरलैंड की जवाबी पारी
- ऑस्ट्रेलिया की पारी की शुरुआत फोएबे लिचफील्ड (25) और जॉर्जिया वोल (26) ने 58 रनों की साझेदारी के साथ की।
- अरुंधति ने 11वें ओवर में चार गेंदों के भीतर दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया।
- इसके बाद, अनाबेल सदरलैंड और एशलेग गार्डनर (50) ने 96 रनों की साझेदारी कर पारी को संभाला।
- सदरलैंड और कप्तान तालिया मैक्ग्रा (56) ने छठे विकेट के लिए 122 रन जोड़ते हुए टीम को 300 के करीब पहुंचा दिया।
- सदरलैंड ने पारी के आखिरी ओवर में दीप्ति शर्मा पर छक्का लगाकर शतक पूरा किया लेकिन तुरंत बाद रन आउट हो गईं।
भारत का पलटवार
स्मृति मंधाना की शतकीय पारी ने भारतीय टीम को लक्ष्य के करीब पहुंचा दिया है। इस पारी ने महिला क्रिकेट में भारत का दबदबा फिर से साबित किया है।
स्मृति मंधाना की ये उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए एक गौरवशाली पल है। उनकी यह पारी आने वाले समय में महिला क्रिकेट को नई प्रेरणा और दिशा देगी।