Stayed a Woman All the Time: ओलंपिक खेलों से जुड़ी यह घटना आपको हैरान कर देगी कि किस तरह एक पुरुष हर समय एक महिला बना रहा है। 1932 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में 100 मीटर दौड़ में उसने गोल्ड मेडल जीता था। लेकिन गोलीबारी में मारे जाने के कारण उसका पोस्टमार्टम कराया गया, तो यह राज खुला।
Remained a Woman Throughout Life: आधुनिक ओलंपिक की शुरुआत साल 1896 में एथेंस में हुई थी. इन खेलों के 128 सालों के लंबे सफर में ढेरों कीर्तिमान बने और ध्वस्त हुए. तमाम खिलाड़ियों ने अपने अविस्मरणीय प्रदर्शन से इतिहास रचा, तो कई बार कुछ सितारों को ओलंपिक रास नहीं आया. इन बातों के अलावा ओलंपिक सफर में कुछ ऐसी घटनाएं भी घटीं, जिसने लोगों को हैरान कर दिया. ऐसी ही एक घटना के बारे में हम आपको बता रहे हैं. ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाली एक महिला एथलीट की जब मौत हो गई तो यह खुलासा हुआ कि वह तो पुरुष थी. वह ताजिंदगी महिला बन कर रहा और लोगों को पता ही नहीं चला.
पोलिश-अमेरिकी एथलीट स्टेला वॉल्श को 1932 के लास एंजिल्स ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने से पहले ही लोग जानने लगे। दुनिया की सबसे तेज महिला एथलीट के रूप में उनका नाम जाने लगा। स्टेला वॉल्श ने ओलंपिक से पहले यूरोप में एक प्रतियोगिता में लांग जंप, 60, 100 और 200 मीटर स्प्रिंट में प्रदर्शन किया।