टी20 क्रिकेट में जब भी धमाकेदार पारी की बात होती है, तो नाम आता है मोहित अहलावत का। हाल ही में संजू सैमसन और तिलक वर्मा की सेंचुरी ने क्रिकेट जगत में हलचल मचाई थी, लेकिन एक भारतीय बल्लेबाज ऐसा भी है जिसने इस फॉर्मेट में तिहरा शतक जड़ा है। हम बात कर रहे हैं दिल्ली के मोहित अहलावत की, जिन्होंने 2017 में दिल्ली के लोकल टूर्नामेंट ‘फ्रेंड्स प्रीमियर लीग’ में 302 रन की नाबाद पारी खेली थी।
302 रन की ऐतिहासिक पारी
7 फरवरी 2017 को महज 21 साल की उम्र में मोहित अहलावत ने यह कारनामा किया था। इस मैच में उन्होंने मावी XI के लिए फ्रेंड्स XI के खिलाफ 14 चौके और 39 छक्के मारते हुए 302 रन की नाबाद पारी खेली। उनकी इस शानदार पारी की बदौलत मावी XI ने 416/2 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जो अब तक का सबसे बड़ा टी20 टीम स्कोर है। मोहित के शानदार खेल ने टी20 क्रिकेट में एक नया रिकॉर्ड बनाया, जहां अब तक सबसे बड़ा टीम स्कोर 263/5 था, जो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2013 आईपीएल में सहारा पुणे वॉरियर्स के खिलाफ बनाया था।
मोहित अहलावत ने अपनी पारी में 234 रन छक्कों से और 56 रन चौकों से बनाए। उनका यह रिकॉर्ड एक अलग ही मुकाम पर है, क्योंकि टी20 क्रिकेट में पहले किसी भी खिलाड़ी ने इतने छक्के नहीं मारे थे। मोहित की इस पारी ने न सिर्फ टीम का स्कोर बढ़ाया बल्कि पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया। मैच के दौरान उन्होंने 39 छक्के लगाए, जो अब तक किसी भी टी20 पारी में सबसे ज्यादा हैं। इससे पहले तक 21 छक्के की संख्या सबसे ज्यादा थी।
कौन हैं मोहित अहलावत?
मोहित अहलावत का क्रिकेट सफर दिल्ली के लाल बहादुर शास्त्री क्रिकेट अकादमी से शुरू हुआ। वह दिल्ली और सर्विसेज की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। उनके पिता, पवन अहलावत, भी क्रिकेट खिलाड़ी रहे हैं, हालांकि आर्थिक तंगी के कारण वे अपना क्रिकेट करियर जारी नहीं रख पाए और टेंपो चलाने लगे। मोहित की मेहनत और लगन ने उन्हें क्रिकेट की दुनिया में सफलता दिलाई है।
28 साल के मोहित अहलावत ने अब तक 11 फर्स्ट क्लास मैचों में 236 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 24 लिस्ट ए मैचों में 554 रन बनाए हैं। मोहित का प्रदर्शन इस बात का गवाह है कि वह भविष्य में भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बन सकते हैं।
मोहित अहलावत का तिहरा शतक क्रिकेट इतिहास में हमेशा एक प्रेरणा के रूप में रहेगा। उनकी बल्लेबाजी ने साबित कर दिया कि अगर जुनून हो, तो किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।